अग्रसेन महोत्सव में आयोजित कवि सम्मेलन बना यादगार

अजमेर। महाराजा श्री अग्रसेन जी की 5136वीं जयन्ती श्री अग्रसेन महोत्सव समिति के तत्वावधान में 10 से 17 अक्टूबर तक अग्रवाल पाठशाला सभा भवन में मनाई जा रही है। रविवार को अग्रवाल पाठशाला सभा भवन में विराट कवि सम्मेलन के दौरान श्रोता हास्य और वीररस की कविताओं में डूबे रहे। कवि सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उद्योगपति दीपचन्द श्रीया ने महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर किया। कवि सम्मेलन का संचालन वीर रस के लाडले कवि विनीत चौहान ने किया। उनकी कविता अनशन से कोई फर्क नहीं पड़ता अंधी बहरी सरकारों को, इटावा से आय वीर रस के कवि कमलेश शर्मा ने आज तक फैसला न दे पाये वक्त पर अजीब लोग बैठे हैं इस तख्त पर, दिल्ली की कवयित्री मुमताज नसीम ने बड़ी दूर तक ये खबर गई तेरे शहर में एक शायरा मर गई, इसके बाद हास्य रस के कवि जयपुर के संजय झाला ने हास्य की एक से बढ़कर एक पैरोड़ी और झलकियां सुनाकर दाद बटोरी। कोटा के राजस्थानी गीतकार दुर्गादान सिंह गौड़ ने अपनी माटी की भाषा में श्रंगाररस का गीत गोरी-गोरी गजबण बणी ठणी सुनाया। धार से आये संदीप शर्मा, दिल्ली से आये प्रवीण शुक्ल ने हास्य रस की कविताएं सुनाकर श्रोताओं को हंसी से लोट-पोट कर दिया। कार्यक्रम में अग्रवाल समाज के गणमान्य लोगों सहित विधायक अनिता भदेल, पूर्व सभापति सुरेन्द्र शेखावत, पूर्व शहर अध्यक्ष पूर्णाशंकर दशोरा, स्वामी समूह के सीएमडी कंवल प्रकाश किशनानी, भाजयुमो अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शेखावत सहित अनेक अतिथि मौजूद थे।
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