बधिरान्धता पर स्टेट एडवोकेसी एवं स्टेट नेटवर्क मीटिंग का आयोजन

IMG_5274अजमेर दिनांक 07 से 08 सितम्बर 2017 तक सेन्स इन्टरनेषनल इण्डिया के सहयोग से राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था द्वारा से संचालित “स्पर्ष” स्टेट लर्निग सेन्टर फॉर डेफ ब्लाइडनेस की स्टेट एडवोकेसी एवं स्टेट नेटवर्क मीटिंग का आयोजन जिला परिषद, अजमेर के सभागार में किया गया। जिसका उद्घाटन करते हुये जिला परिषद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण गर्ग ने कहा कि संस्था द्वारा बहुत अच्छा प्रयास बधिरान्ध बच्चों के लिये शुरू किया गया। अभिभावकों के सहयोग से ही संस्था उनमें विकास ला सकती है क्योंकि बच्चें सिर्फ 5 घण्टे स्कूल मे रहता है पर बाकी समय अभिभावकों के पास रहता है अतः अभिभावको का बच्चें के विकास मंे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है आज की बैठक में बच्चों के बारे में जानकारी ले और उसके विकास के सहयोग करे।
बैठक में सेन्स इन्टरनेषनल इण्डिया से आये पराग नामदेव ने अभिभावकों का नेटवर्क, ‘‘प्रयास’’ विषेष षिक्षकों को नेटवर्क ‘‘अभिप्रेरणा’’ व बधिरान्ध बच्चों के नेटवर्क ‘‘उड़ान’’ के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि आपको इन नेटवर्क में जुडकर क्षेत्रीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर इन बच्चों के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी ले सकते है और आप अपनी समस्याएं समूह मे साझा कर उन्हंे राष्ट्रीय स्तर पर उठा सकते है। उन्होेने बताया कि राष्टीय स्तर पर 1500 से अधिक बधिरान्ध बच्चों के अभिभावक जुडकर बच्चों के अधिकारों के लिये काम कर रहे है।

कार्यक्रम की शुरूआत में संस्था निदेषक राकेष कुमार कौषिक ने संस्था की जानकारी देते हुवे बताया कि संस्था 1988 से विकलांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही है और अप्रेेेल 2017 से बंधिरान्ध बच्चों के लिये स्टेट लर्निंग सेन्टर की शुरूआत अजमेर में की है जिसमें बधिरान्ध बच्चों को मोबीलिटी टेªनिंग, षिक्षण-प्रषिक्षण, सेन्सरी स्टीमूलेषन आदि उपलब्ध करवा कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यषाला में उदयपुर, ब्यावर, किषनगढ़, अजमेर, जवाजा आदि 30 अभिभावकों, विषेष षिक्षकों एवं सर्व षिक्षा अभियान के सन्दर्भ षिक्षकों ने भाग लिया। अन्तिम सत्र में कार्यक्रम समन्वयक श्री तरूण शर्मा ने सभी को समूह में विभाजित कर उन्हे भविष्य मे नेटवक के रूप मेें कार्य करने हेतु एक्षन प्लान तैयार करवाया।
कार्यषाला के द्वित्तीय दिवस का शुभारम्भ डॉ. रामलाल चौधरी (प्रजनन एंव बाल स्वास्थ्य अधिकारी, अजमेर) डॉ. बी.एस. कर्नावट (विभाध्यक्ष षिषु रोग विभाग, जे.एल.एन मेेडिकल कॉलेज, अजमेर) एंव श्री सोमरत्न आर्य पूर्व सभापति नगर निगम, अजमेर ने दीप प्रज्जवलित कर की।
संस्था मुख्यकारी क्षमा आर. कौषिक ने स्टेट लर्निग सेंटर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस सेन्टर पर बधिरान्ध बच्चों को षिक्षण-प्रषिक्षण, सेन्सरी स्टीमुलेष, मोबिलिटी टेªनिंग, वोकेषनल टेªनिंग आदि उपलब्ध करवाकर उसे मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
सेन्स इंटरनेषनल से आए श्री पराग देव ने बधिरान्धता को लेकर अभिभावकों के समक्ष आ रही समस्याएं को साझा किया। उन्होंने बताया कि अभिभावकों के सामने सबसे बड़ी समस्या उनका आधार कार्ड नहीं बन पाना है जिसके कारण से उनका मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं बन पाता है इसके जवाब में डॉ. चौधरी ने कहा कि यह नियम सरकार द्ववारा बनाया हुआ है यह समस्या अधिकंाष अभिभावकों की है अतः इसके लिये समाधान का प्रयास कर रहें है।
मीटिंग के दौरान एक अभिभावक क्षेत्रपाल सिंह ने कहा कि अजमेर में बधिरान्ध बच्चों केा लर्निग सेंटर खुलने से ऐसे बच्चों को छोटी उम्र से ही पहचान कर उनके रिहेबिलिटेषन के लिए कार्य संभव हो पाएगा अगर मेरी बच्ची को भी शीध्र हस्तक्षेपण मिलता तो शायद उसकी स्थिति इतनी खराब नहीं होती।
अतिरिक्त जिला षिक्षा अधिकारी (प्रा.षि.) श्री अरूण शर्मा ने कहा कि हमारे संदर्भ षिक्षक जितने भी कार्य कर रहे है हम उनके माध्यम से बधिरान्ध बच्चों को इस केन्द्र से जोड़ने का प्रयास करेंगे। कार्यषाला के दौरान जे.एल.एन उप अधीक्षक श्रीमति विजयलक्ष्मी, आषा का झरना, सीकर से सुदीप गोयल, प्रयास उदयपुर से राजा भण्डारी, स्पीच एण्ड लैंग्वेज पैथोलाजिस्ट गिरिषमा, एम.एस. एवं राषिका शर्मा, जे.एल.एन मेडिकल कॉलेज से डॉ. आर.एस. हरसौलिया, डॉ. सौभाग्य गोयल, मनौवैज्ञानिक सुश्री दीपिका विजय, एंव विषेष षिक्षक सहित कुल 35 प्रतिभागियों ने भाग लिया

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