मंदिर में संसार से नहीं परमार्थ से रिश्ता जोड़ो-सुधासागर महाराज

sudha sagarमदनगंज-किशनगढ़। मुनि पुंगव सुधासागर महाराज ने आर.के. कम्यूनिटी सेन्टर में अपने प्रवचन में कहा कि शराब अमंगल होती है और जो शराब पीकर बेटे का मुंह देखेगा। उस बेटे का भविष्य मंगलमय हो ही नहीं सकता है। क्योंकि यह अमंगल सूचक है। ऐसे व्यक्तियों की जिंदगी तो बहुत खतरे में है। उनको तो बहुत बड़ा पुरूषार्थ करना पड़ता है और जन्म जन्म के पापों का फल इनको मिलता है। इसलिए मैं बहुत बार कहा करता हँू अधिक पुण्य कर सको या न कर सको, तुम बहुत अच्छे आदमी बन सको या न बन सको। लेकिन इतना पुण्य जरूर कमा लेना कि एक अच्छे पिता के यहां तुम्हारा जन्म हो सके। मुनिश्री ने कहा कि तुम चाहे पूरे दुनिया को अपने पाप कर्म से गंदा करों किन्तु इतना संकल्प तो लो कि कुछ स्थानों पर मैं पाप नहीं करूंगा। मंदिर में पाप कर्म नहीं करूंगा। सब जगह तुम संसार की बात करों किन्तु ये प्रण लो कि मैं मन से वचन से काय से सांसारिक बाते मंदिर में नहीं करूंगा। मंदिर में तुम किसी से संबंध मत जोड़ो मंदिर में सिर्फ परमार्थ से संबंध जोड़ो। क्या हम भोजन करते समय पूजन के बारें में, नोट गिनते हुए णमोकार मंत्र की माला में, रिश्तेदार के यहां जाने पर महाराज के बारें, मंदिर के बारें में सोचते है क्या ? नहीं सोचते है। तो फिर मंदिर में जाने पर संसार की बाते क्यों ? मुनिश्री ने कहा कि आप को नमक का त्याग पेट के लिए नहीं कराया जाता है ये त्याग तो तुम्हारी रसना इंद्री को जीतने के लिए कराया जाता है। मगर हम नमक का त्याग करके मीठा बढ़ा देते है तो यह त्याग नहीं हुआ। ये तो एक बहाना हुआ।
मुनिश्री की 35 दीक्षा जयंती आज
मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज की आज 35 वीं दीक्षा जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जाएगी। इस मौके पर मुनिश्री की पूजन, आरती, विन्यांजलि का कार्यक्रम होगा। इस अवसर पर देश प्रदेश से हजारों श्रावक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ये रहे श्रावक श्रेष्ठी
श्री दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के मीडिया प्रभारी विकास छाबड़ा के अनुसार प्रात: अभिषेक एवं शांतिधारा, चित्र अनावरण, दीप प्रज्जवलन, शास्त्र भेंट, पाद प्रक्षालन, सायंकालीन आरती एवं वात्सल्य भोज पुण्यार्जक का सौभाग्य निर्मलकुमार, मनोजकुमार, वत्सल दिव्यम काला परिवार छोटा लाम्बा वालों को मिला।

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