कभी भाग्य भरोसे अपनी जिंदगी मत छोडऩा-सुधासागर महाराज

दो दिवसीय जैन पाठशाला महाअधिवेशन का हुआ आगाज
sudha sagarमदनगंज-किशनगढ़। मुनि पुंगव सुधासागर महाराज ने आर.के. कम्यूनिटी सेन्टर में अपने प्रवचन में कहा कि कभी भी दूसरों के भरोसे व भगवान भरोसे कभी नय्या नहीं डालना। हो सके तो भगवान की नय्या जरूर पार लगा दे खेवटिया बनके तो पार हो जाए। भगवान हमारी नाव के खेवटिया नहीं बने। अगर हो सके हमारी इतनी बुलंदी हो तो भगवान की नाव के खेवटिया हम बने। नाव में बैठने वाला बड़ा होता है कि खेवटिया बड़ा होता है ? अगर हो सके तो भगवान की जिंदगी धर्म की नैय्या के रथ के सारथी हम बन जाए। कभी भगवान को अपने रथ का सारथी मत बनाना। मुनि श्री ने कहा कि कभी भाग्य भरोसे अपनी जिंदगी मत छोडऩा। जिन्होंने भी अपनी जिंदगी भाग्य भरोसे छोड़ी है उनकी दुर्गती हुई है। मुनिश्री ने छात्रोंं को संबोधित करते हुए कहा कि पाठशाला तुम्हें धन कमाना नहीं सिखाएगी। लेकिन पाठशाला तुम्हें धन पाकर शराब पीकर नाली में गिरने से बचाएगी। तुम अच्छे कुल में पैदा तो भाग्य से हो सकते हो किन्तु पाठशाला से तुम ये सिख सकोगे कि ये कुल कभी कलंकित न हो सके। इस मौके पर मुनिश्री ने 12 वर्षीय जैन धर्म का कोर्स करने का संकल्प लेने को कहा।
आदर्श पाठशाला दो महाअधिवेशन आज सेे
मुनि पुंगव सुधासागर महाराज ससंघ के सानिध्य में दो दिवसीय आदर्श पाठशाला महाअधिवेशन का आगाज आज से किया गया। जिसमें भारतवर्षीय श्रमण संस्कृति परीक्षाओं से सम्बद्धता प्राप्त एवं भारतवर्ष में संचालित सभी पाठशालाओं के बच्चें व अध्यापाक शामिल हुए। अधिवेशन की शुरूआत मंगलाचरण, मंगलकलश स्थापना, दीपक स्थापना, अनुयोग स्थापना, मुनिसंघ को शास्त्र भेंट, पाद प्रक्षालन, चित्र अनावरण के साथ हुई। अधिवेशन के दौरान मुनिसंघ ने छात्रों को विभिन्न दिशा निर्देश दिए। दिनभर विभिन्न कार्यक्रमों के बाद रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। मंच संचालन मुख्य कार्यक्रम संयोजक प्रदीप जैन शास्त्री व कार्यक्रम संयोजक मदनलाल छाबड़ा ने किया। कार्यक्रम के पुण्यार्जक तरूण कुमार रजनी अनुराग काला ब्यावर वाले रहे।

द्वादश वर्षीय श्रमण संस्कृति स्वाध्याय पाठ्यक्रम के पत्रिका का विमोचन
श्री दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के मीडिया प्रभारी विकास छाबड़ा के अनुसार कार्यक्रम में स्वर्ण संयम महोत्सव के अवसर पर द्वादश वर्षीय श्रमण संस्कृति स्वाध्याय पाठ्यक्रम के पत्रिका का विमोचन किया गया। विमोचन आर.के. मार्बल के एमडी सुरेश पाटनी, प्रकाश गंगवाल, निरंजन बैद, एम.के. जैन, सम्पत दगड़ा, कैलाशचंद पहाडिय़ा, प्रदीप जैन शास्त्री, मदनलाल छाबड़ा, नौरतमल पाटनी आदि ने किया।
ये रहे श्रावक श्रेष्ठी
श्री दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के मीडिया प्रभारी विकास छाबड़ा के अनुसार प्रात: अभिषेक एवं शांतिधारा, चित्र अनावरण, दीप प्रज्जवलन, शास्त्र भेंट, पाद प्रक्षालन, सायंकालीन आरती एवं वात्सल्य भोज पुण्यार्जक का सौभाग्य धर्मचंद विजयकुमार बडज़ात्या सूरत व रिषभ कुमार मनीष कुमार मोहिवाल कोटा परिवार को मिला।

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