पूर्व पाक प्रधानमंत्री ने दी दरगाह में हाजिरी

अजमेर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी सुजात हुसैन शनिवार को अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में हाजिरी देने पहुंचे। यहां उन्होंने ख्वाजा के दरबार में इबादत की। हुसेन और उनके साथ आये 17 सदस्यों के दल ने ईद के मुबारक मौके पर खुलने वाले जन्नती दरवाजे से दरगाह में प्रवेश किया और चादर फूल पेश कर दरगाह शरीफ की शाहाजानी मस्जिद में इदुलजुहा की नमाज अदा की।
बाद में हुसेन से पाकिस्तानी जेल में बंद सरबजीत की बहन दलवीर कौर और बेटी स्वप्नदीप ने भी मुलाकात की और मांग की है की सरबजीत को जेल से अतिशीघ्र रिहा किया जाए और उन्हें पाकिस्तान का वीजा भी उपलब्ध करवाया जाए। इस मामले में सुजात हुसेन ने सरबजीत के परिवार को आश्वस्त किया है की वे पाक सरकार से बात करेंगे लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है की सरबजीत सहित इस तरह के सभी मामले कानूनी है और इनका निपटारा कानूनी तरीके से ही संभव है।
चौधरी सुजात हुसेन ने कहा की कश्मीर मसले पर दोनों मुल्कों को सख्त कदम उठाने पडेंगे। हुसेन ने साफ कहा की पाकिस्तान कश्मीर पर अपना हक मानता है और उनका मकसद कश्मीरियों के लिए है, ताकि हर कश्मीरी को मानव अधिकार मिल सके।
दरगाह जियारत के बाद पाक उच्च आयोग के काउंसलर अबरार हाश्मी और सीआईडी के अधिकारियों के बीच गरमागरमी हो गयी। दरअसल हुआ यूं की सीआईडी के अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल का अजमेर वीजा सम्बन्धी अनुमति दस्तावेज चैक करने के लिए मांगे। इस बात को लेकर हाशमी भड़क गए। बाद में हाशमी ने कुछ लोगों के दस्तावेज तो अधिकारियों को दिखा दिए, लेकिन बाकी लोगों के पास दस्तावेज नहीं मिले। हाश्मी ने आवश्यक दस्तावेज जयपुर से मंगवाने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
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