कायस्थ समाज मे भीषण रोष

savitri schoolविश्वस्त सूत्रों से समाज को यह ज्ञात हुआ है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया के कार्यलय में अजमेर (राजस्थान) के एक विश्व प्रसिद्ध महाविद्यालय सावित्री कन्या महाविद्यालय का नाम बदल कर सावित्री बा फूले राजकीय कन्या महाविद्यालय रखने का प्रयास किया जा रहा हैं। भारतीये जनता पार्टी शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री के इस प्रयास पर अजमेर और राजस्थान के Hई नही सम्पूर्ण भारत के लाखों कायस्थ बंधुओं में भारी रोष की लहर उत्पन हुए हैं ।
ज्ञात रहे एक शताब्दी पूर्व कायस्थ कुल की स्वतंत्रता सेनानी समाज सुधारक एवं शिक्षविद स्वर्गीय राम प्यारी श्रीवास्तव ने अपनी प्रिय पुत्री स्वर्गीय सावित्री देवी की पावन समृति में ‘सावित्री शिक्षण संस्थान की स्थापना की थी । इस शिक्षण संस्थान के अंतर्गत सावित्री कन्या विद्यालय एवं सावित्री कन्या महाविद्यालय का संचालन सफलता पूर्वक दीर्घ अवधि तक होता रहा । कुछ वर्ष पूर्व राज्य सरकार द्वारा शिक्षण संस्थान को पूर्ण रूपेण अधिग्रहित कर लिया गया परन्तु *सावित्री* शब्द विलोपित हो गया अथवा उधेश्य पूर्वक कर दिया गया स्मरण रहे कायस्थ समाज ने शिक्षा को मुख्य यंत्र एवं मंत्र के रूप में उपयोग कर राष्ट्र निर्माण में अपना सुदृण, प्रभावी एवं अमिट योगदान किया है । खेद का विषय है कि कायस्थ समाज की विश्व प्रसिद्ध धरोहर को छिन्न भिन्न कर उसके नाम पर किसी अन्य जाति द्वारा नाम का कब्जा करवाया जा रहा है । सम्पूर्ण कायस्थ समाज सभी जातियों की विभूतियों का संम्मान करता है एवं उन्हें नमन करता है परंतु अपने समाज के पूर्वजो द्वारा किये गए कार्य, स्थापित शिक्षा जगत के प्रकाश स्तम्ब पर किसी अन्य समाज के नाम का अध्यारोपण कदापि स्वीकार नही करेगा । सरकार के इस कृत्य की प्रतिक्रिया के दूरगामी परिणाम हो सकते है ।
अजमेर जे 15000 मतदाता राजस्थान के लगभग 500000 मतदाता तथा सम्पूर्ण भारत के असंख्य मतदाता यह अपेक्षा करते है कि सावित्री कन्या महाविद्यालय के नाम मात्र सावित्री राजकीय कन्या महाविद्यालय कर लिया जाए, परन्तु सावित्री नाम से मिलते जुलते किसी अन्य जाति के नाम को जोड़कर वैमनस्य उत्पन्न करने का घृणित प्रयास ना करें । संक्रमण काल में ऐसा प्रयास ना हो जिसमें प्रगतिशील प्रांत एवं राष्ट्र के प्रतिकूल परिणाम उपास्थि हो जाए ।
निवेदन है कि सावित्री महाविद्यालय का नाम बदलने के प्रयास के माध्य्म से कायस्थ समाज को भीषण आघात पहुचाने वाली प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से स्थायीरूप से एवं अंतिम रूप से निरस्त एवं बंद किया जाए ।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राजस्थान अजमेर के जिला अध्य्क्ष सुरेश प्रकाश माथुर ने बताया कि कायस्थ समाज को तीव्र प्रतिक्रिया के लिए बाध्य ना होना पड़े यह उत्तरदायिव सरकार के शीर्ष पर स्थपित सुधीजन का है ।
तुरंत सकारात्मक स्पष्ठ स्थाई तथा प्रतिउतर की अपेक्षा में संपुर्ण कायस्थ समाज ।

सुरेश प्रकाश माथुर
जिला अध्य्क्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राजस्थान अजमेर
मो 9928080985

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