नेहरु अस्पताल में व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है

विजय जैन
विजय जैन
अजमेर 6 नवम्बर। शहर कांग्रेस का आरोप है कि संभागके सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरु अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है। कांग्रेस ने जिला कलेक्टर से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भामाशाह योजना के तहत स्टैंट लगाए जाने के मामले में हुए भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच करवाने का आग्रह किया है।
कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री द्वारा लागु की गई महत्वकांक्षी भामाषाह निषुल्क योजना में स्टैंट लगाने में हुई गड़बड़ियों से करोड़ों का भ्रष्टाचार और नियमों का उलंघन हुआ है। उन्होने कहा कि ऐसे सैंकड़ो प्रकरण है जिनमें अंकेक्षण विशेषज्ञों द्वारा भी समय-समय पर इन अनियमितताओं पर आपत्तियां की है। हकीकत यह है कि सैंकड़ों मरीजों के बीमा कम्पनी से अनुमोदन बगैर ही स्टैंट लगा दिये गये है जिन पर बीमा कम्पनी की आपत्ति के कारण आज तक भुगतान नहीं हुआ है मगर राजकीय कोष से स्टैंट कम्पनी को भूगतान लगातार हो रहा है जिसकी जांच होनाी चाहिये। कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने अस्पताल प्रषासन को आरोपों के घेरे में लेते हुऐ कहा कि अस्पताल में चिकित्सक भर्ती मरीजों से बाजार से दवा मंगा रहे है पर कोई कार्य वाही नहीं हो रही ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ जांच कमेटियों सार्वजनिक नहीं कर फाइलों में दफन किया जा रहा है अब तक हुई सभी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाऐ।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अस्पताल प्रषासन यहां हुई गड़बड़ियों की जांच का अष्वासन तो देता और दिखावे के लिये जांच कमेटी भी बना दी जाती है पर जांच कमेटी की रिपोर्ट पर काई कार्यवाही नहीं हो रही है। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से बाजार से दवा मंगाने के कई मामले है, मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य डॉ. अशोक चैधरी ने निरीक्षण के दौरान ऐसे मामले पकड़े भी थे कि मेडिसीन विभाग के युनिट हेड डॉक्टर सी.के. मीणा की यूनिट में भर्ती मरीजों को वार्ड से दवा देने के बजाय बाजार से मंगवाई जा रही है। चैधरी ने मामले की गम्भीरता भांपते हुए जांच के आदेश दिए। मरीजों की शिकायत के कारण उजागर हुए इस प्रकरण में डॉ. मीणा से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा मगर आज तक ना कोई जांच रिपोर्ट आई अगर आई भी तो आरोपी डॉक्टर को बचाने के लिये उसे दफन कर दिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष का आरोप है कि अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में हुए इसी प्रकार के गोरखधंधे में जांच के बाद क्या कार्यवाही हुई यह आज तक पता नहीं लग पाया है। इसमें रेखांकित करने वाली बात ये है कि उस गोरखधंधे को तो राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन के एमडी डॉ. समित शर्मा ने ही पकड़ा था। कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. गोखरू प्रकरण में गठित हाईपावर कमेटी ने जांच कर रिपोर्ट राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन के एमडी डॉ. समित शर्मा को भेज दी, जिस पर कार्यवाही का आज तक पता नहीं लग पाया।
कांग्रेस प्रवक्ता भारती ने जारी ब्यान में आरोप लगाया कि संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरु अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है आपातकालीन विभाग में आने वाले मरीजों के परिजनों को खुद ट्रॉलियां खींचनी पड़ रही है रोगी को यहां पर समय पर तो उपचार नहीं मिल पा रहा है और न ही जांच समय पर हो पा रही है। आपातकालीन विभाग में न तो वार्ड बॉय नजर आते हैं और न ही ट्राली मैन। इसके अतिरिक्त र्ददनाक पहलु यह है कि दुर्घटना कारित मरीजों और मोर्चरी में जाने वाले शवों के लिये ट्राली मैन की कतई कमी नहीं है क्योंकि मृतक के शव से किमती सामान गायब होने के संबंध में परिजनों द्वारा जेवर पर्स जैसे कीमती सामान गायब हो जाने की मौखिक लिखित शिकायत प्राप्त हो रही है किंतु ना तो इनकी कोई जांच की गई और ना ही ऐसे प्रकरण को आवक जावक पंजीका में दर्ज किया जाता है जो मानवीय संवेदना पर एक गंभीर आघात है।
काग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज में डेंगू और पीलिया की एलाइजा जांच नहीं हो रही है। इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि डेंगू एलाइजा जांच करने वाली मशीन ही कई महिनों से खराब पड़ी हुई है। जेएलएन अस्पताल की केंद्रीय प्रयोगशाला में लिए गए खून के नमूनों से एनएस-वन या कार्ड टेस्ट केवल स्क्रीनिंग टेस्ट ही किए जा रहे हैं, जबकि एलाइजा टेस्ट से ही डेंगू का पता चलता है। विडम्बना है कि कई माह से मेडिकल कॉलेज में यह जांच ही नहीं हो पा रही है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार को जिला कलेक्टर गौरव गोयल से बात करके बताया कि अस्पताल मे हो रही अनियमित्तओं और भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की।

error: Content is protected !!