जिला कलक्टर की अपील पर शनिवार को तीन चिकित्सक काम पर लौटे

अधिकृत निजी चिकित्सालयों में भी हुआ मरीजों का ईलाज
gaurav-goyalअजमेर, 11 नवम्बर। सेवारत चिकित्सकों द्वारा त्यागपत्रा देकर कार्य से चले जाने के मद्दे नजर जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल द्वारा सभी चिकित्सकों से जनहित को देखते हुए काम पर लौटने की अपील का असर हुआ है। शनिवार को जिले में तीन चिकित्सकों ने अपना कार्य संभाल लिया है।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि जिले के सरवाड चिकित्सालय में दो चिकित्सक डाॅ. अखिलेश पालरिया एवं डाॅ. मन मोहन मीना ने तथा मसूदा में डाॅ. गुरूबचन सिंह ने शनिवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। इसी प्रकार अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर में भी एक इन्टर्न आज काम पर लौट आयें। उन्होंने सभी चिकित्सकों से पुनः अपील की कि वे जनहित को देखते हुए मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए अपने कार्य पर लौट आयें।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिले के राजकीय चिकित्सालयों में अब सेवानिवृत एवं निजी चिकित्सक भी कार्य कर सकेंगे। चिकित्सक सीधे अस्पताल में प्रभारी/ पीएमओ को अपने दस्तावेज दिखाकर कार्य ग्रहण कर सकते है। राज्य सरकार द्वारा एमबीबीएस चिकित्सकों को तीन हजार रूपये, विशेषज्ञ चिकित्सकों को चार हजार रूपये प्रतिदिन मानदेय एवं रात्रिकालिन ड्यूटी पर सात सौ रूपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। चिकित्सकों को प्रतिदिन आरएमआरएस के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोई भी इच्छूक निजी एवं सेवानिवृत चिकित्सक मानदेय पर अपनी सेवायें देना चाहता है तो वे जिला कलक्टर कार्यालय /मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सम्पर्क कर सकता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि समस्त उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों ने आज प्रातः 9 बजे अपने अधीन जिला चिकित्सालयों, सैटेलाइट अस्पतालों, उप जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्यरत चिकित्सकों की उपस्थिति की जांच भी कर चिकित्सा व्यवस्था बनाये रखने की व्यवस्था की।
उन्होंने बताया कि जिले भर में चिकित्सा व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। ताकि किसी मरीजों को कोई कठिनाई ना हो। आमजन को चिकित्सा व्यवस्था बनाये रखने के लिए आयुर्वेद चिकित्सक आयुर्वेद विभाग, आयुष चिकित्सक एनएचएम एवं आरबीएसके आयुष चिकित्सक एनएचएम की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि जिले के राजकीय चिकित्सालयों के साथ साथ पांच अधिकृत निजी चिकित्सालयों में भी मरीज द्वारा राजकीय चिकित्सालय की ओपीडी पर्ची लेकर जाने पर उसका निःशुल्क ओपीडी परीक्षण किया जा रहा है। रोगी को उपचार लिखने के पश्चात औषधि राजकीय चिकित्सालय से ही निःशुल्क प्राप्त हुयी।
उन्होंने बताया कि आज बिजयनगर के पीकेवी हाॅस्पिटल द्वारा भी भामाशाह में अधिकृत मरीजों के ईलाज के साथ फिजिशियन, शिशु रोग एवं दंत रोग की ओपीडी सेवायें निःशुल्क देने के लिए सहमति दी है।

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