शिक्षा अधिकारियों के साथ शिक्षा मंत्री ने की विडियो कॉन्फ्रेन्स

फीस कमेटियों का गठन किए जाने के साथ ही हो प्रभावी मोनिटरिंग
विद्यालयों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करने के साथ ही कमियों को दूर करने के हो प्रयास
प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि के लिए हो प्रभावी प्रयास -शिक्षा राज्य मंत्री

shiksha mantri ji viedeo confressअजमेर, 15 नवम्बर। शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता के लिए प्रभावी प्रयास जरूरी है। इसी से माध्यमिक शिक्षा का विकास किया जा सकता है। उन्हाेंने आगामी 30 नवम्बर तक ब्लॉकवार पंचायत शिक्षा प्रसार अधिकारियों द्वारा विद्यालयों का शत-प्रतिशत निरीक्षण सुनिश्चित कर वहां रही कमियों को दूर करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंचायत एजूकेशन ऑफिसर विद्यालयों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करने के साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट भी शाला दर्शन पोर्टल पर अपलोड करे। उन्होंने राज्य के सभी शिक्षा अधिकारियों को जिलेवार विद्यालयों की फीस कमेटियों का त्वरित गठन करवाने और उनकी प्रभावी मोनिटरिंग सुनि6िचत करने के भी निर्देश दिए।
श्री देवनानी बुधवार को 6िाक्षा संकुल में राज्य के जिलों और ब्लॉक स्थित 6िाक्षा अधिकारियाें के साथ विडियो कॉन्फ्रेस कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान आगामी 18 नवम्बर को विद्यालयों में आयोजित होने वाली मदर्स-टीचर्स बैठकों के भी प्रभावी आयोजन, विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समुचित प्रयास किए जाने, विद्यालयों में खेल के मैदान, बाउण्ड्री वॉल आदि निर्माण के संबंध में भी प्रस्ताव तैयार कर जिला कलक्टर के माध्यम से शीघ्र भेजे जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री विद्या दान कोष’ के अंतर्गत स्वेच्छा से विद्यालय विकास हेतु सहयोग करने और सहयोग लिए जाने के लिए भी आह्वान किया।
शिक्षा राज्य मंत्री ने निजी विद्यालयों के अप्र6िाक्षित शिक्षकों के ने6ानल ओेपन स्कूल पोर्टल में पंजीयन की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली तथा कहा कि शिक्षा अधिकारी यह भी सुनि6िचत करें कि इस पंजीयन के बाद सीखने के लिए ‘स्वयं पोर्टल’ पर भी शिक्षक अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। इसी से सही मायने में उनके प्रशिक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ हो सकेगी।
श्री देवनानी ने कहा कि विद्यालयों के निरीक्षण के साथ ही वहां रही कमियों के सुधार के लिए भी समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर कार्य किया जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों से विद्यालयों को जोड़े जाने, जिन स्थानों पर आवासीय छात्रावास प्रारंभ नहीं किए गए हैं, वहां त्वरित उन्हें प्रारंभ करवाने के साथ ही पीईओ और बीईओ द्वारा परस्पर समन्वय रखते हुए विद्यालयों के विकास के लिए कार्य किए जाने पर जोर दिया।
विडियो कॉन्फ्रेस के दौरान श्री देवनानी ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चित्तौड़गढ़ जिले में आयोजित की गई ग्राम चौपालों के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया। उन्हाेंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि प्रतिभावान बालिकाओ ंके प्रोत्साहन के लिए ‘उड़ान’ के जरिए उनके व्यक्तित्व विकास और प्रतिभा को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इस तरह की गतिविधियॉं और स्थानो ंपर भी आयोजित किए जाने पर जोर दिया।
उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को आह्वान किया कि वे 6िाक्षा क्षेत्र में किए गए राज्य सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाएं तथा यह सुनिश्चित करे कि राजस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में देश में अग्रणी राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बनाए। उन्होंने विद्यालयों के निरीक्षण के साथ ही वहां पर विकासात्मक गतिविधियों में 6िाक्षा अधिकारियों को रूचि लेकर कार्य किए जाने पर भी जोर दिया।
सर्व 6िाक्षा अभियान के आयुक्त डॉ. जोगाराम ने इस दौरान 6िाक्षा अधिकारियों से शिक्षा क्षेत्र में किए गए विशेष कार्यों के बारे में जानकारी ली तथा नवाचारों के जरिए शैक्षिक उन्नयन को सभी स्तरो ंपर सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने विद्यालयों के निरीक्षण और पाई गई कमियों के सुधार के लिए किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी ली तथा कहा कि निरीक्षण व्यवस्था को और अधिक प्रभावी किए जाने की जरूरत है। विडियो कॉन्फ्रेस में शिक्षा मंत्री ने एक-एक जिले के शिक्षा अधिकारी से स्वयं संवाद कर प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता कैसे बढ़े, इसके संबंध में वैयक्तिक योगदन दिए जाने के लिए प्रोत्साहित भी किया।

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