बारावफात 2 दिसम्बर को मनायेंगे

हसन चिश्ती
हसन चिश्ती
अजमेर, 22 नवम्बर। ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि पैगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.अ.व.) का जन्मोत्सव चांद की 11 तारीख (1 दिसम्बर) की रात्रि बड़ी धूमधाम से मनाया जायेगा। हसन चिश्ती ने बताया कि चांद की आठ तारीख (28 नवम्बर ) को दरगाह के आहता-ए-नूर में नातिया-मुशायरा होगा। चांद की नौ, दस, ग्यारह की रात्रि पैगम्बर इस्लाम के जन्मोत्सव पर कई कार्यक्रम होंगे। चांद की 12 तारीख (2 दिसम्बर ) की दिन में आहता-ए-नूर दरगाह शरीफ में मिलाद शरीफ होगी। ख्वाजा साहब की महाना छठी 26 नवम्बर रविवार को मनाई जायेगी। इस अवसर पर पूरी दरगाह को विशेष रोशनी से सजाया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान बड़ी पीर के पहाड़ से तोपों की सलामी दी जायेगी। दरगाह के शाहजहानी गेट पर शादियाने बजाये जायेंगे। पैगम्बर इस्लाम के मुएं मुबारक (दाढ़ी के बाल) की दरगाह के विभिन्न हुजरों में जियारत करवाई जायेगी। इस मौके पर मुस्लिम समाज के लोग नए-नए कपड़े पहनेंगे एवं अपने घरों को सजाकर विशेष मिठाइयां बनायेंगे। चिश्ती ने बताया कि शहीद-ए-करबला की याद में मुस्लिम समाज के लोग 40 दिन तक कोई खुशी का कार्य नहीं करते यहां तक बच्चों के जन्मदिन भी धूमधाम से नहीं मनाते। बरावफात का चांद दिखने के साथ ही शादी-ब्याह व खुशी के कार्य शुरु हो जाते हैं।

(एस. एफ. हसन चिश्ती)
गद्दीनशीन ख्वाजा साहब

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