उद्देश्य पूर्ण जीवन ही सार्थक – डॉ. स्वतन्त्र शर्मा

आईटीआई में विवेकानन्द जयन्ती समारोह सम्पन्न

WhatsApp Image 2018-01-11 at 15.59.53जीवन में सफलता महत्वपूर्ण हो सकती है किंतु उससे भी अधिक आवश्यकता उद्देश्यपूर्ण सार्थक जीवन जीने की है। स्वामी विवेकानन्द कुशाग्र बुद्धि के धनी थे किंतु उन्होंने अपनी बुद्धि का उपयोग स्वयं के लिए नहीं अपितु राष्ट्र के लिए किया। आज के युवा को केवल अपने कैरियर की ही चिंता है जिसके कारण वह अवसाद ग्रस्त होता जा रहा है। यदि हम वर्तमान जीवन में करने वाले कार्यों को राष्ट्रहित के साथ जोड़ देते हैं तो यही अवसाद जीवन का प्रसाद बन सकता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. स्वतन्त्र शर्मा ने विवेकानन्द जयन्ती सप्ताह के अवसर पर राजकीय आई टी आई महाविद्यालय, अजमेर में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। इस अवसर पर युवाओं ने अपनी प्रस्तुतियाँ भी दीं। कार्यक्रम में प्राचार्य श्री नरेश शर्मा तथा उपनिदेशक अशोक कुमार नागर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर राजेश कुमार उबाना, नरेन्द्र सिंह रावत, सुनील कटियार ने भी अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार ने किया।

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