दौराई में आयोजित हुआ शिया समुदाय का राष्ट्रीय स्तरीय सेमीनार।
दौराई : मोहम्मद साहब की नवासी हजरत बीबी जैनब के जन्मदिवस पर दौराई में शिया समुदाय की एक राष्ट्रीय सेमीनार आयोजित की गई। इस सेमीनार में देशभर के शिया मुस्लिम धर्म गुरु और विद्वान एकत्रित हुए। सेमीनार के आयोजक मौलाना काजिम अली ने बताया कि शरीयत में मुस्लिम औरतों को अनेक अधिकार मिले हुए हैं। सेमीनार का उद्देश्य बीबी जैनब की जीवनी को हर व्यक्ति तक पहुंचाने तथा मुस्लिम समाज को एक करने का था। उन्होंने बताया कि पैगम्बर मुहम्मद साहब की नवासी जनाबे जैनब ने अपने जीवन काल में मुस्लिम औरतों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। आज सीरिया में खासकर मुस्लिम औरतों की स्थिति अच्छी नहीं है। सीरिया गृह युद्ध के दौर से गुजर रहा है।
इस सेमीनार में मौलाना सैयद शमीमउल हसन, सदर तंजीमुल मुकातिब लखनऊ, मौलाना वसीम असगर, अतहर अली, मौलाना अली गोहर, मौलाना आसिफ नकवी, मौलाना नदीम असगर, मौलाना जिशान हैदर आदि ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि मोहम्मद साहब के घराने से हमेशा इंसानियत और भाईचारगी का पैगाम आम हुआ है। इमाम हुसैन की शहादत के बाद बीबी जैनब के जरिये हम सब यादे हुसैन और शहादत को अपने सीनों में जिंदा रखे हुए है। यह हम सब के लिए बाइसे फक्र है कि हम इससे जुड़े हुए है। सेमीनार में इदारा दावातुल हक संस्था के प्रमुख मौलाना अय्यूब कासमी ने कहा कि ख्वाजा साहब के जरिये जो पैगाम हम सब को मिला है वहीं सच्चा और सत्यमार्ग पर ले जाने वाला है। हम सबको इसी मार्ग पर चलते हुए मानव सेवा में लगे रहना चाहिए और अपने व अपने समाज की तरक्की के प्रति अग्रसर रहना चाहिए। दरगाह के खादिम शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती ने कहा कि समाज में फिरका वाराना तशदूद होने की वजह से समाज राजनीतिक, आर्थिक व शैक्षणिक दृष्टि से अत्यंत पिछड़ गया है। हर फिरका अपने आपको सही कहने में लगा हुआ है। कोई भी समाज के बारे में नहीं सोच रहा। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर समाज को मजबूत बनाए तथा अपने-अपने बुजुर्गो के बताए हुए मार्ग के अनुसार ही अपने धर्म का अनुसरण करें।
मुस्लिम एकता जरूरी :
सेमीनार के दौरान सभी धर्मगुरुओं ने इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम समाज के सभी फिरके एक जाजम पर होने चाहिए। इसके लिए सभी को आपसी मतभेद भुलाकर एक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जिले में मुस्लिम एकता मंच के जरिये सभी को एक जाजम पर बैठाया गया है वह हम सब को जोडऩे की पहल है। इसे सफल बनाना हमारी जिम्मेदारी है। जब तक समाज का हर फिरका अपने आपको मुस्लिम समाज का अंग नहीं समझेगा तब तक तरक्की होना नामुमकिन है। यहीं वजह है कि मुसलमान हर क्षेत्र में पिछड़ गए है। कार्यक्रम में ऑल इंडिया शिया फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष सैय्यद आसिफ अली, पीर नफीस मियां चिश्ती, अब्दुल नईम खान, मौलाना जीशान हैदर, सायम अली, नवाब अली अजमेरी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मोमेनिने दौराई द्वारा सभी का इस्तकबाल किया गया।