स्पर्ष कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान पखवाडा

दिनांक 30 जनवरी 2018 को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी,अजमेर के सभागार मे स्पर्ष कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान पखवाडा के आयोजन डॉ. के.के.सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं डॉ.लाल थदानी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी(स्वा.) ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया गया जिसमे अजमेर शहरी डिस्पेन्सरियो के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी एवं नर्सिंग कर्मचारी एवं आषा सहयोगिनियो ने कुष्ठ रोग दिवस पर आयोजित कार्यषाला मे भाग लिया।

डॉ.के.के. सोनी, सीएमएचओ ने बताया कि स्पर्ष कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के दौरान उपस्थित सहभागियो को पखवाडे के दौरान अधिकाधिक संभावित कुष्ठ रोगियो की खोजकर उपचार प्रारंभ करवाना एवं क्षेत्र मे अधिकाधिक रोग के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करना, पूर्व मे उपचार मुक्त रोगियो को फोलोअप करना इत्यादि की जानकारी दी गई।इसका ईलाज कुछ मामलों मे 6 माह एवं कुछ मामलों में 12 माह का हो सकता है।जिले के समस्त ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को भी स्पर्ष कुष्ठ रोग अभियान के दौरान निदेषालय से प्राप्त दिषा निर्देषो के अनुसार विभिन्न गतिविधिया करवाने हेतुनिर्देषित किया गया।

डॉ.लाल थदानी,डिप्टी सीएमएचओ ने स्पर्ष कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के तहत आयोजित कार्यषाला मे उपस्थित सभी नर्सिंगकर्मियो एवं आषाओ को बताया कि कुष्ठ रोग पूर्णतया ठीक होने वाली बीमारी है जिसे प्रारंम्भिक अवस्था मे ही पता लगाकर ही पूर्ण उपचार लेने पर बिल्कुल ठीक हो जाती है।यहएक मामूली बिमारी है, जो एक जिवाणु (लेप्रा बेसिली) से होता है, यह कोई छुआछुत एवं देवीयें प्रकोप या आनुवंषिक रोग नही है। इसकी जॉच एवं ईलाज सभी सरकारी अस्पतालांे एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त मे उपलब्ध है।जनसमुदाय मे अधिकाधिक रोग एवं उपचारएवं कुष्ठ रोग के प्रति फैली भ्रांतियो को दूर किया जाये। पखवाडे के दौरान उपचारमुक्त रोगियो का फॉलोअप किया जाये।कुष्ठ रोग की शुरूआत में पहचान एवं जॉच करवा ली जावे तथा पूर्ण ईलाज लिया जावे तो कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है एवं शारीरिक विकलांगता से बचा जा सकता है। घर-घर सर्वे के दौरान मौसमी बीमारियों एवं स्वाईन फ्लू सर्वे के साथ-साथ सम्भावित कुष्ठ रोगियों का भी सर्वे किया जायें।

कुष्ठ रोग की पहचान आसान है।

1. चमड़ी पर चमड़ी के रंग से फीका, एक या एक अधिक दाग या धब्बे जिसमें सुन्नपन, सूखापन, पसीना न आता हो, खुजली या जलन, चुभन न होती हो, तो कुष्ठ रोग हो सकता है।

2. शरीर पर, चेहरे पर, भौहो के उपर, कानो के उपर सूजन-गॅठान, दाने या तेलीय चमक दिखाई पडे़, तो कुष्ठ रोग हो सकता है।

3. हाथ पैर में सुन्नता, सूखापन एवं कमजोरी होने पर भी कुष्ठ की जॉच करवायें।

4. एम.डी.टी. (कुष्ठ निवारक औषधी) कुष्ठ की शार्तिया दवा है, जो सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त में उपलब्ध है।

उक्त कार्यषाला मे श्री महेष बिहारी माथुर, जिला आषा समन्वयक, श्री रामस्वरूप साहू,प्रभारी लेप्रोसी अनुभाग ने भी आषाओ को स्पर्ष कुष्ठ रोग पखवाडे मे घर-घर सर्वे के दौरान संभावित कुष्ठ रोगियो का पता लगाकर चिकित्सक से पहचान करवा उपचार प्रारंभ करवाने हेतु प्रेरित किया तथा आषा सहयोगिनियो द्वारा खोजे गये संभावित रोगियो की चिकित्सक से पहचान करवा एवं पूर्ण उपचार करवाने पर राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन राषि भी देय है, की विस्तृत जानकारी दी।

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