अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित

अजमेर, 08 मार्च। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग द्वारा सूचना केन्द्र सभागार में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री नगेन्द्र कुमार तोलम्बिया ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें महिला सशक्तिकरण के विषय पर चर्चा की गई। श्रीनगर प्रधान श्रीमती सुनिता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं समस्त प्रकार की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार है। महिलाओं ने आरम्भ से ही परिवारों और समाज की जिम्मेदारियों को बखूबी उठाया है। महिलाओं के द्वारा परिवार का पूरा ध्यान रखा जाता है। महिला पर परिवार को स्वस्थ एवं स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी है। बच्चों के टीकाकरण एवं पोषण जैसा महत्वपूर्ण कार्य महिला सम्पादित करती है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक श्रीमती अनुपमा टेलर ने कहा कि स्त्री आरम्भ से ही परिवार की धुरी रही है। समाज में फैली कुरीतियों को समाज सुधारकों ने दूर किया है। वर्तमान समय में भी महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे है। इन प्रयासों से समाज में महिलाओं की भूमिका में वृद्धि हुई है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वित्तीय सलाहकार श्रीमती आनन्द आशुतोष ने कहा कि आधुनिकता का अर्थ सांस्कृतिक मूल्यों को त्यागना नहीं है। यह सांस्कृतिक मूल्य अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का उत्तरदायित्व महिलाओं का है। महिलाओं को परिवार में यह शिक्षा अपने बेटे एवं बेटियों को देनी चाहिए कि वे महिलाओं का सम्मान करें। साथ ही घरेलू हिंसा से दूर रहने के लिए संकल्प लें। बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलाना महिला का उत्तरदायित्व है।
यातायात पुलिस उपअधीक्षक श्रीमती प्रीति ने कहा कि महिलाएं मर्यादाओं को मानते हुए सफल हो रही है। यह उनकी जीवटता का प्रमाण है। महिलाओं ने अपनी राह में आने वाली समस्त बाधाओं को पार किया है। प्रत्येक सफल व्यक्ति की सफलता के लिए महिला का सहयोग आवश्यक है। एक बेटी के लिए उसकी मां का सहयोग सबसे बड़ा होता है।
कार्यक्रम में जिले को घरेलू हिंसा तथा दुव्र्यवहार से मुक्त करने के लिए शपथ दिलायी गई। इसमें महिलाओं ने घरेलू हिंसा नहीं करने तथा किसी के प्रति दुव्र्यवहार नहीं करने की शपथ ली।

उत्कृष्ट कार्मिकों को किया सम्मानित
महिला सम्मेलन में जिले की बाल विकास परियोजनाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाली कार्मिकों को सम्मानित किया गया। जिला स्तर पर बेहतरीन कार्य करने पर खोरी पीसांगन की साथिन श्रीमती संतोष वैष्णव को 11 हजार रूपए प्रदान कर सम्मानित किया गया। आंगनबाड़ी के क्षेत्र में उत्कृष्ठ करने पर माता यशोदा पुरस्कर प्रदान किए गए। धाननाड़ी की श्रीमती संतोष, सरवाड़ की श्रीमती सुमन, जमालपुरा द्वितीय की श्रीमती गुलाब संतरा, पिलौदा की श्रीमती निरंजना, सराधना की इन्द्रा देवी, टांकावास की श्रीमती आशा किरण जैन, पुष्कर की श्रीमती अन्नपूर्णा पाराशर, दिलवाड़ा की श्रीमती लक्ष्मी सैन, किशनगढ़ की श्रीमती रजनी बाला, मां की बाड़ी की श्रीमती रेणु चौरडिया तथा धौलादांता की श्रीमती सीमा चौहान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5100-5100 रूपए पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गए। इसी प्रकार अजमेर शहर की श्रीमती संध्या, श्रीमती निर्मला टांक, अरांई की श्रीमती गायत्री, श्रीमती सोनिया, ब्यावर की श्रीमती शशीकला रेगर, श्रीमती राम कन्या, भिनाय की श्रीमती शांति, श्रीमती शकुन्तला, जवाजा की श्रीमती रेखा देवी, श्रीमती मीना देवी, केकड़ी की श्रीमती माया कुमार, श्रीमती आशा लोदा, पीसांगन की श्रीमती रतनी, श्रीमती संजू चौधरी, श्रीनगर की श्रीमती मंजू, श्रीमती सुनिता, किशनगढ़ की श्रीमती शारदा, श्रीमती हेमलता जांगिड़, श्रीमती सरोज माली, श्रीमती पुष्पा जांगिड़ तथा मसूदा की श्रीमती मीरा एवं श्रीमती सुनिता मेघवंशी सहायिका-आशा सहयोगिनी को 2100-2100 रूपए देकर सम्मानित किया गया। साथ ही लामाना की श्रीमती माया देवी, कुचील की श्रीमती प्रियंका देवी, शिखरानी की श्रीमती शमा बानू, सोबड़ी की श्रीमती संध्या जोशी, खवास की श्रीमती कमला शर्मा, नरबदखेड़ा की श्रीमती माया देवी, खातीखेड़ा की श्रीमती विमला रावत एवं अरांई की श्रीमती यशोदा देवी को प्रसस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

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