पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर शुरू

अजमेर, 21 मार्च। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि दिव्यांग ईश्वर के दूत हैं। समाज के प्रत्येक वर्ग को दिव्यांगों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। राज्य सरकार ने प्रदेश में विशेष रूप से दिव्यांगों को सहूलियत के लिए योजना तैयार की है। प्रदेश के लाखों जरूरतमंद इन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल एवं समित शर्मा ने आज सूचना केन्द्र में पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर का शुभारम्भ किया। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा एवं जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल के साथ दिव्यांगों को ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर एवं कृत्रिम अंग वितरित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह संवेदनशील होकर दिव्यांगों के हित में काम कर रही है। पहले सिर्फ सात श्रेणियों में दिव्यांगों को सहूलियत देकर उपकरण वितरित किए जाते थे। अब 21 श्रेणियों में उन्हें राहत प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजन शिविर में दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ एवं पैर लगाकर लाभान्वित किया जा रहा है। यह अंग दिव्यांगों को निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे है। इसी तरह अन्य उपकरणों से भी बड़ी संख्या में दिव्यांगाें को राहत मिली है। राज्य सरकार चाहती है कि समाज का यह वर्ग किसी तरह से उपेक्षित या वंचित नहीं रहे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने आसपास के दिव्यांगों को चिन्हित कर इन योजनाओ ंसे लाभ दिलवाएं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने कहा कि विभाग द्वारा 62 प्रमुख योजनाओं के माध्यम से राज्य के 80 लाख लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश के 64 लाख पेंशनर्स को महिने के पहले सप्ताह में उनके बैंक खातों के माध्यम से पेंशन प्राप्त हो जाती है। राज्य सरकार चाहती है कि तकनीक के सहारे दिव्यांगो ंको समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जाए। कृत्रिम हाथ और पैर तथा अन्य उपकरणों को नवीनतम तकनीक से तैयार किया जा रहा है ताकि दिव्यांगों को अधिकतम राहत मिल सके। इसके अलावा अनुप्रति योजना, छात्रवृति योजना, रोजगार एवं अन्य योजनाओं से दिव्यांगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने शिविर का निरीक्षण कर भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक पात्र दिव्यांग को शिविर का लाभ प्रदान किया जाए। राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति द्वारा आयोजित इस शिविर में पहले दिन प्रथम दिन ब्यावर, जवाजा, पीसांगन, भिनाय एवं मसूदा के विशेष योग्यजनों को उपकरण वितरित किए किए गए। कल 22 मार्च को केकड़ी, सरवाड़, अरांई एवं श्रीनगर तथा तीसरे दिन 23 मार्च को अजमेर, किशनगढ़, नसीराबाद एवं पुष्कर के दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण गर्ग ने बताया कि समस्त पूर्व में चिन्हि्त दिव्यांगजनों को शिविर में अपना पहचान पत्र मय छायाप्रति, पासपोर्ट साईज फोटो और मोबाइल नम्बर आवश्यक रूप से साथ लाने होंगे। ऎसे दिव्यांगजन जिनका पूर्व में चिकित्सा विभाग द्वारा मोटर्राईजड ट्राई साईकल,कृत्रिम हाथ एवं स्मार्ट फोन के लिए चिन्हिकरण किया गया है, वे शिविर में उपस्थित नही होवे। उनके लिये पृथक् से शिविर का आयोजन किया जावेगा। जिसकी सूचना भविष्य में चिन्हित दिव्यांगजन को उपलब्ध करवा दी जावेगी। उन्होंने बताया कि समस्त दिव्यांंगजनों को अपना आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज छायाप्रति साथ में लेकर आनी होगी।

विजयराज अब बन पाएगा डॉक्टर
अजमेर, 21 मार्च। पं.दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर के अन्तर्गत उपकरण वितरण किए गए। विजयराज को सुनने की मशीन जिला प्रशासन एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के द्वारा प्रदान की गई। सुनने की मशीन प्राप्त करते समय प्रजापति छात्रावास कोटड़ा के विजयराज से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ समित शर्मा ने पढ़ाई के बारे में जानकारी ली।
विजयराज ने बताया कि वह अजमेर में पीएमटी की तैयारी कर रहा है। कोचिंग में पढ़ते समय सुनने में समस्या आती थी। इस कारण पढ़ाई में पिछड़ने लग गया। आरम्भ में समझमें नहीं आया। इसका कारण क्या है। इस बारे में अपनी माता से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि बचपन में कान के पर्दे में खरीबी आ जाने से कान मे बीमारी हुई थी। इसके लिए कोई विशेष उपचार नहीं करवाया था। अब इस कारण सुनने में समस्या आने लग गई।
विजयराज को समाचार पत्रों के माध्यम से भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के द्वारा दिव्यांगों को चिन्हिकरण किया जा रहा है। विजयराज ने चिन्हिकरण शिविर में उपस्थित होकर अपने कानों की जांच करवायी। जांच के पश्चात सुनने की मशीन की आवश्यकता बतायी गई।
विजयराज ने बताया कि उपकरण वितरण शिविर से पूर्व मोबाइल पर सुनने की मशीन प्राप्त करने के संबंध में फोन आ गया। निर्धारित दिवस बुधवार को सूचना केन्द्र पर आकर आयोजित शिविर में अपना पंजीकरण करवाया। पंजीकरण के पश्चात मुझे डॉ. समित शर्मा ने सुनने की मशीन प्रदान की और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में समझाया।
डॉ. समित शर्मा ने विजयराज को पीएमटी की परीक्षा उत्तीर्ण कर चिकित्सक बनने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही इस परीक्षा में सफल होने की कामना की।

शैलराज ट्राईसाईकिल पाकर हुआ खुश
अजमेर, 21 मार्च। अर्जुनपुरा खालसा गांव का शैलराज बुधवार को जिला प्रशासन एवं महावीर विकलांग सहायता समिति के द्वारा आयोजित पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर में ट्राईसाईकिल पाकर खुश हो गया।
शैलराज के पिता श्री शंभु सिंह राजपूत अर्जुनपुरा खालसा गांव में खेती का कार्य करते है। शैलराज स्थानीय राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 6 में अध्ययनरत है। यह हमेशा पढ़ाई में अव्वल आता है। पिछली कक्षा में इसने समस्त विषयों में विशेष योग्यता प्राप्त की थी। बचपन में बीमारी के कारण पैरों में समस्या हो गई। इस कारण इसे आने जाने में समस्या होती थी। वह अपने पिता के कंधों पर चढ़कर ही कहीं आता जाता था।
उपकरण वितरण शिविर में शैलराज अपने पिता शंभु सिंह के कंधों पर चढ़कर आया। दोनो पिता पुत्र वितरित साईकिलों को देखकर खुश हो रहे थे। इनकी बारी आने पर तुरन्त साईकिल की जांच करके शैलराज उस पर बैठ गया। साईकि ल पर बैठे हुए। उसके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
शैलराज से उसके आगे पढ़ाई और कैरियर के बारे में पुछा तो बताया कि उसे उच्च स्तर पर अधिकारी बनना है। जो सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के क्षेत्र में कार्य कर सके। इससे पूर्व अपने संबोधन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने दिव्यांगों की योजनाओं तथा नवीनतम तकनीक के बारे में जानकारी दी। उनके द्वारा दृष्टिबाधितों की सेंसर युक्त छड़ी की विस्तृत जानकारी देने की बात शैलराज को पसंद आयी और उनके जैसा ही बनने की मंशा जाहिर की।

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