राष्ट्र का चिंतन करने वालों की आवश्यकता- प्रांजलि येरिकर

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी का संस्कार वर्ग प्रशिक्षण शिविर जारी
अजमेर। आज भारत में राष्ट्र का चिंतन करने वाली पीढ़ी की आवश्यकता है। जहाँ आज का विद्यार्थी केवल अपने कैरियर और अर्थ का चिंतन करने में लगा है वहीं प्राचीन भारत में धर्म को ही अर्थ और काम का आधार बताया गया है। जीवन को धर्माधारित जीने का एक मात्र आधार संस्कार वर्ग है। हमारे देश में भगवान कृष्ण, समर्थ गुरू रामदास, शिवाजी महाराज जैसे उच्च चरित्रवान महापुरूषों ने समाज को संस्कारित करने का कार्य किया है। श्रीकृष्ण की गोपमण्डली, समर्थ रामदास के मठ, प्रवचन और व्यायामशालाएं ये सभी राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण का स्थल थे। आज बच्चों को इस बारे में जानना चाहिए और इसके लिए संस्कार वर्गों के प्रशिक्षण शिविरों की आवश्यकता है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र की प्रान्त संगठक सुश्री प्रांजलि येरिकर ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय संस्कार वर्ग प्रशिक्षण शिविर के संस्कार वर्ग के महत्व पर चर्चा करते हुए व्यक्त किए।
इसके उपरांत पूजा गोयल द्वारा वैदिक गणित का सत्र लिया गया जिसमें उन्होंने बताया कि भारत के प्राचीन श्रुतियाँ जिनमें अथर्ववेद की पौराणिकता और उस पर आधारित वैदिक गणित के अभ्यास से मस्तिष्क की रचनात्मकता बढ़ती है। आज सभी जगह वैदिक गणित इसलिए लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि जहाँ गणित की आधुनिक पद्धति में हमारे मस्तिष्क का बाँया भाग काम में आता है वहीं वैदिक गणित से दाँया मस्तिष्क सक्रिय होने लगता है। वैदिक गणित सरल होने के साथ साथ रोचक भी है। वैदिक गणित के अभ्यास से बच्चों में पढ़ाई के प्रति लगाव होने लगता है जिससे पढ़ाई का तनाव भी दूर हो जाता है। वैदिक गणित का अभ्यास बच्चे खेल खेल में ही सीख जाते हैं तथा बड़े होने पर आधुनिक कम्पीटीशन में पूछे जाने वाले सवालों को कुछ ही सैकेण्ड्स में हल कर देते हैं।
द्वितीय सत्र में आदर्श दिनचर्या पर केन्द्र के सहनगर प्रमुख अखिल शर्मा ने छात्रों से संवाद किया। आज भजन संध्या में अजमेर की संगीतकार सोनू माथुर द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर विवेकानन्द केन्द्र के रामकृष्ण विस्तार वैशाली नगर के विस्तार संचालक डॉ. श्याम भूतड़ा, विस्तार प्रमुख कुशल उपाध्याय, मनोज बीजावत, डॉ. भरत सिंह गहलोत सहित रविन्द्र जैन, नितिन गोयल, लाजवंती भारद्वाज, बीना रानी, सुरेश लामा, हरि, पंकज पूनिया, रामचन्द्र यादव सहित सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

शिविर अधिकारी नितिन गोयल ने बताया कि शिविर का समापन 27 मई को प्रातः 11 बजे किया जाएगा जिसमें मुख्य अतिथि महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति प्रोफेसर विजय श्रीमाली तथा विशिष्ट अतिथि जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय अजमेर के विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ महेंद्र जैन होंगे।

(अखिल शर्मा)
सहनगरप्रमुख
9414008765

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