महिलाओं को एनिमिक होने से रोकने की पुख्ता व्यवस्था करें

अजमेर 15 जून। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे अपने अपने ब्लाक में कुपोषित बच्चों की टेªकिंग करें तथा ऐसे बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर लाने के प्रयास करें। साथ ही एनिमिक महिलाओं की जानकारी रखने, उन्हें उपचार देने तथा सेनेट्री नेपकीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चिकित्सा विभाग की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होंने कहा कि किसी भी ब्लाक में कुपोषित बच्चे नहीं रहे इसके लिए पुख्ता मोनिटनिंग करें तथा ऐसे बच्चों की जानकारी होने पर उन्हें आंगनवाडी केन्द्रों पर लायें। उनकी सूचना सीडीपीओ अपने मोबाईल में फीड रखें तथा आगामी माह की सूचना मोबाईल फिडिंग के आधार पर ही दी जायें। उन्होंने कहा कि उसी अनुसार कुपोषित बच्चों को चिकित्सा विभाग के लिए रेफर किया जायेगा।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि प्रत्येक एलएस को टेबलेट मोबाईल फोन उपलब्ध कराये गये है, उनका उपयोग करें। विभाग द्वारा निर्धारित रिटर्न जो अब तक पृथक से रजिस्टर संधारित कर की जाती थी उसे अब इस टेबलेट के माध्यम से ही उपलब्ध करायी जाये। इसके लिए रियल टाईम अपडेट का कार्य इन मोबाईल/टेबलेट के माध्यम से ही किया जाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि आगामी माह तक शत प्रतिशत कार्य टेबलेट के माध्यम से ही हो, यह सुनिश्चित किया जायें। उन्होंने विभाग द्वारा आंगनवाडी केन्द्रो पर अन्नप्रासन एवं गोद भराई कार्य के साथ टीकाकरण कार्य भी करवाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि आईसीडीएस एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी अपने ब्लाक में 15 से 35 वर्ष की आयु वर्ग की ऐसी महिलाएं जो एनिमिक है, उसकी सूचना पृथक से तैयार करें तथा उन्हें समझाईश करें कि क्या खाने से आईरन बढ़ेगा और क्या खाने से आईरन कम होगा। यह कार्य आईईसी के माध्यम से किया जायें। उन्होंने कहा कि महिलाएं एनिमिक नहीं हो इसके विशेष प्रयास किये जायें। उन्होंने कहा कि महिलाओं की जांच के साथ उनकी एनिमिक जांच एवं हिमोग्लोबिन जांच अवश्य की जायें। ताकि एनिमिक महिलाओं का डाटा बेस तैयार हो सकें। उस अनुसार उनकी ट्रेकिंग कर उनका उपचार करना है। यह कार्य जिले की सीएचसी से प्रारंभ किया जायें। उन्होंने विद्यालयों में भी बालिकाओं के एनिमिक होने की जांच करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि समस्त ब्लाक पर मासिक बैठक के दौरान एक्वाचेक की जानकारी लें। सब सेन्टर पर प्रत्येक गर्भवती महिलाओं की जानकारी रहें। टीकाकरण के दिन उनकी समस्त जांच की जायें। प्रत्येक एएनएम को बीपी जांच करना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में गर्भवती एवं धात्राी महिलाओं की मृत्यु कम से कम हो, इसके लिए यह सभी उपाय किये जाये। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक आंगनवाडी कार्यकर्ता को जिला कलक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं उप निदेशक आईसीडीएस के मोबाईल नम्बर भिजवादें। जब भी उनके क्ष़्ोत्रा में कोई गर्भवती महिला की मृत्यु होती है, तो उन तीनों जगह इसकी सूचना आवश्यक रूप से की जायें। उस सूचना के आधार पर चिकित्सा विभाग की टीम जाकर उसकी मृत्यु के कारणों को जानेगी तथा भविष्य में पुनः उन्हीं कारणों से किसी गर्भवती की मृत्यु नहीं हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
उन्होंने प्रत्येक चिकित्सा केन्द्र, आंगनवाडी केन्द्र एवं विद्यालयों में सेनेट्री नेपकीन की निःशुल्क वितरण की सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक डाॅ. अनुपमा टेलर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के. सोनी ने अपने अपने विभाग द्वारा कुपोषण एवं एनिमिक रोग दूर करने के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आरसीएचओ, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

राजस्व लोक अदालत:ः न्याय आपके द्वार शिविर 2018
शिविरों में आम जन को राहत पहुंचाए- जिला कलक्टर
अजमेर, 15 जून। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप आम जन को राजस्व मामलों सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के उद्देश्य से राजस्व लोक अदालत शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सभी विभाग अपनी सहभागिता अपनाते हुए अधिक से अधिक लोगों को राहत पहंुचाए।
जिला कलक्टर शुक्रवार को पीसांगन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पिचोलिया में आयोजित राजस्व लोक अदालत न्याय आपके द्वार शिविर की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने प्रत्येक विभाग के काऊण्टर पर जाकर प्रगति की जानकारी ली वहीं लोगों की जन समस्यायें सुन मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
शिविर प्रभारी एवं पीसांगन की उपखण्ड अधिकारी श्रीमती सुमनदेवी ने बताया कि पिचोलिया शिविर में कुल 265 नामांन्तरकरण हुए है जबकि 130 नकल, 6 बंटवारा, 10 पुराने कोर्ट केस, एनएफएसए योजना में प्राप्त आवेदन 38, दिव्यांगों को मौके पर ही प्रमाण पत्रा वितरित 7, उज्जवला गैस कनेक्शन 41, कृषि बीज मिनी किट वितरण 20, पैंशन आवेदन पत्रा 7 तथा 10 पट्टे भी वितरित किये गये।

राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार 2018
सात हजार 718 प्रकरणों का हुआ निस्तारण
अजमेर, 15 जून। राजस्व लोक अदालत अभियान न्याय आपके द्वार 2018 के अन्तर्गत शुक्रवार को विभिन्न शिविरों में कुल 7 हजार 718 प्रकरणों का निस्तारण कर आमजन को राहत प्रदान की गई।
लोक अदालत के प्रभारी श्री कैलाशचंद शर्मा ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी स्तर पर 673 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें खाता दुरूस्ती के 618, विभाजन के 4, खातेदारी घोषणा के 13, स्थायी निषेधाज्ञा के 4, इजराय के एक, रास्ते के 4, पत्थरगढ़ी के 15, तथा अन्य 14 है। इसी प्रकार तहसीलदार स्तर पर 7 हजार 45 प्रकरण निस्तारित हुए । इनमे से नामांतरण के एक हजार 879, खाता दुरूस्ती के एक हजार 71, खाता विभाजन के 172, सीमाज्ञान के 69, धारा 251 के 5, राजस्व नकलंे 2 हजार 36, गैर खातेदारी से खातेदारी के 36 एवं अन्य एक हजार 753 है।

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