प्रकृति और कला के बीच अनूठा सम्बंध

प्रकृति और कला के बीच अनूठा सम्बंध है एक कलाकार के मन के भावों को वो तभी अच्छी तरह प्रदर्षित कर सकता है जब वह प्रकृति के समस्त अवयवों को संगठित कर निष्चित मात्रा में समागम करता है कला किसी की मोहताज नहीं होती मन के भावों को मस्तिष्क के माध्यम से किसी भी प्रकार से प्रकट किया जा सकता है यह बात रविवार को अजमेर नगर निगम के सभापति धमेन्द्र गहलोत ने कलाकारों को सम्बोधित करते हुए कही । दयानन्द महाविद्यालय में आयोजित रंग मल्हार कार्यक्रम मंें बोलते हुए उन्होंने कहा कि मानसून और कलाकार के बीच का सम्बंध षब्दों में बया नहीं किया जा सकता। प्रकृति जब अपने पूरे यौवन पर होती है तो कलाकार के भावों को कला के माध्यम से प्रर्दषित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है।
प्रसिद्व चित्रकार राम जयसवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रत्येक मानव में एक कलाकार छुपा है जरूरत है उसके मन के भावों को जगाने कि जिससे वह पहचान सके, विष्व के अनेक ऐसे उदाहरण है जिसमें एक साधारण से दिखने वाले व्यक्ति द्वारा अविस्मरणीय व अमूल्य कला का प्रर्दषन किया है।
नगर निगम के तत्वावधान में आयोजित रंग मल्हार कार्यक्रम में बोलते हुए दयानन्द महाविद्यालय प्राचार्य डॉ लक्ष्मी कांत ने कहा कि जब एक कलाकार सच्चे भाव से अपनी कला को अंजाम देता है तो उसके द्वारा निर्मित कला एक धरोहर बन जाती है डॉ लक्ष्मी कांत ने युवाओं से आवहान किया कि वो अपनी भावनाओं का प्रदर्षन करें छुपाए नहीं उन्हें निखरने दे। उन्होंने कहा कि विरले है ऐसा संयोग होता है जब एक मंच पर कलाकार, राजनीतिज्ञ, प्रषासनिक एवं समाज को दिषा देने वाले षिक्षक मिल कर कलाकरों के उज्जवल भविष्य की कामना कर आर्षिवाद प्रदान करते है।
चित्रकला विभाग दयानन्द महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष व रंग मल्हार की संयोजिका डॉ ऋतु षिल्पी ने बताया कि कार्यक्रम में डॉ अनुपम भटनागर डॉ सविन्द्र चुग लक्ष्यपाल सिंह राठौड, प्रहलाद षर्मा, सचिन सांखलकर, किरीट खत्री, मांगीलाल महावर, पुष्पकांत मिश्रा, राजेष बुदंेल, दिनंष्वरी, षालू षर्मा संजय सेठी, बिरदीचंद, सना, षमषेर खान, अल्का षर्मा सरीखे कलाकारों ने लालटेन के माध्यम से मानसून के लिए मंगलकामना, बिजली बचाने सहित प्रकृति संसाधनों के संरक्षण पर अपना चित्रण प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि अंबुजा विद्यालय पाली के विद्यार्थी कोमल वैण्णव, श्रृ़द्वा राठौड, आकाष, दक्ष षर्मा, आध्या श्रीवास्वत द्वारा प्रकृति के पंच तत्वों का चित्रण रंगो के माध्यम से किया गया।
मिडिया प्रभारी डॉ संत कुमार ने बताया कि रंग मल्हार की संकल्पना विख्यात चित्रकार डॉ विद्यासांगर उपाध्याय की है जिसे पूरे प्रदेष में साकार रूप दिया जा रहा है अजमेर जिले में यह कार्यक्रम दयानन्द महाविद्यालय के चित्रकला विभाग द्वारा आयोजित किया गया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम अजमेर के सभापति धमेन्द्र गहलोत विषिष्ट अतिथि नगर निगम अजमेर की डिप्टी कमीष्नर ज्योति ककवानी, विख्यात कलाकार राम जयसवाल अध्यक्ष महाविद्यालय प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत थे। अतिथियों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कलाकरों को प्रषस्ति पत्र देकर उनकी कला को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ षेर सिंह सुश्री स्वेता षर्मा श्रीमती पूनम षर्मा द्वारा अतिथि कलाकारों को स्वागत किया गया। डॉ ़ऋतु षिल्पी द्वारा सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। मंच का संचालन सुश्री सुरभी षर्मा द्वारा किया गया।

डॉ संत कुमार
मिडिया प्रभारी
दयानन्द महाविद्यालय अजमेर
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