सरकार के मेरुदंड ने ली अंगड़ाई

केकड़ी में शनिवार को अजमेर संभाग के मंत्रालयिक कर्मचारियों की सम्पन्न आम सभा मे सरकार को मांगे पूरी करने के लिए 15 अगस्त तक का समय दिया गया।15 अगस्त के बाद आर पार की लड़ाई लड़ने का बिगुल भी बजाया गया।गौर तलब है कि पूर्व में भी आंदोलन किया था फिर भी सरकार ने मांगे पूरी नही की तब जाकर मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ को पुनः आंदोलन के बारे में गंभीर चिंतन मनन करना पड़ा और सरकार को अल्टीमेटम देनाइन पड़ा। इन सबके लिए सत्यनारायण सोनी महामंत्री और शम्भूसिंह राठौड़ की जोड़ी ने अथक प्रयास किये जो प्रशंशनीय है।सरकार की सभी योजनाओं को अमली जामा पहनाने में मंत्रालयिक कर्मचारीगण महत्व पूर्ण भूमिका अदा करते है सरकार का मेरुदंड कहलाने वालो को फिर भी अपना हक प्राप्त करने के लिए इनको आंदोलन की राह पकड़नी पड़े यह एक विचारणीय बिंदु है।सरकार को भी संवादहीनता त्याग कर महत्व पूर्ण मांगो पर बातचीत करके जायज मांगे शीघ्र पूरी करने के ईमानदार प्रयास करने चाहिए।सरकार को भी गंभीरता पूर्वक अपने मेरुदंड की मांगों पर सोच कर शीघ्र फैसला करना चाहिए अन्यथा 15 अगस्त के बाद सभी कार्यालयों में कार्य ठप्प हो जाएंगे और आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।इसके साथ ही कर्मचारियों का भी यह नैतिक दायित्व है कि वे भी अड़ियल रवैया छोड़ कर सरकार की मजबूरियों को मध्य नजर रखते हुए सकारात्मक द्रष्टिकोण के साथ सरकार से बातचीत के माध्यम से समस्या का हल निकालने का प्रयास करे।यह तभी संभव है जब कि कर्मचारी एकजुट रहे।

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