महापुरूषों की गौरव गाथा से युवा पीढी को जोडने की आवश्यता

महाराजा दाहरसेन जयंती पर ‘‘सिन्धु मित्र बप्पा रावल’’ विषय पर आयोजित हुई संगोष्ठी
अजमेर 22 अगस्त। बप्पा रावल ने महाराजा दाहरसेन के बलिदान के पश्चात सिन्ध से लेकर ताशकंद तक अपनी सीमाओं को विस्तार देने के लिये एक परिसंघ बनाया और विदेशी आक्रमणकारियों को चारों दिशाओं से घेर कर समपर्ण करवाया। ऐसे विचार महर्षि दयानद सरस्वती विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ सुरज राव ने सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन जयन्ती अवसर पर स्वामी कॉम्पलेक्स के रसोई बैंक्वट हॉल में भारतीय इतिहास संकलन समिति के सहयोग से ‘‘सिन्धु मित्र बप्पा रावल’’ विषय पर संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में प्रकट किये। उन्होनें कहा कि इतिहास को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है जिससे युवा पीढी प्रेरणा ले सके।
संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ नवलकिशोर उपाध्याय ने कहा कि हरित ऋषि की प्रेरणा से ही देवी उपासना पश्चात उसको शक्ति प्राप्त हुई और विदेशी आक्रमणकारियों को सिन्ध खदेड़ा। इसीलिये यह सिन्धु मित्र कहलायें।
सिन्धु शोधपीठ के निदेशक डॉ लक्ष्मी ठाकुर, ने कहा कि ऐसे विषयों की सम्पूर्ण जानकारी व चर्चा के लिये विस्तृत संगोष्ठी की आवश्यकता है जिससे शीघ्र ही करवाकर पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जायेगी।
अतिथी के रूप में मंच पर भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी व राजस्थान सिन्धी अकादमी की सदस्य कमला भुटाणी उपस्थित रहे। वहीं वक्ता के रूप में गोविन्द भारद्वाज ने वीररस की कविता व डॉ जितेन्द्र जोशी ने महाराज दाहरसेन के आहोर विजय पर बप्पा रावल का जुडाव पर विचार रखे, अशोक मंगलानी और राम मटाई ने भी विचार प्रकट किये।
कवंल प्रकाश किशनानी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के द्वारा मठाठा, बप्पा रावल की समाधि स्थल के निकट जिला उदयपुर में एक विशाल पेनोरमा का निर्माण करवाया गया जहां महाराजा दाहरसेन का भी उल्लेख किया गया है। आज उसी पेनोरमा की सीडी भी दिखाई गई।
अतिथी परिचय महेन्द्र कुमार तीर्थाणी और आभार नवीन सोगाणी ने दिया। मंच संचालन विनीता मण्डावरा ने किया। कार्यक्रम के शुरूआत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजली दी। सामूहिक राष्ट्रगान से समापन से किया गया।
इस असवर पर प्रहलाद शर्मा, रणधीर सिंह कच्छावा, जी.डी.वृदंाणी, प्रकाश जेठरा, राधाकिशन आहूजा, नरेश रावलाणी, भवानी थदाणी, महेश टेकचंदाणी, रमेश मेंघाणी, प्रकाश छबलाणी, के.जे. ज्ञानी, गोविन्दराम जैनाणी, उतम गुरबक्षाणी, वाधवाणी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
कल 23 अगस्त को महाराजा दाहरसेन रायफल शूंटिग प्रतियोगिता सुबह 9 बजे
कल 23 अगस्त सुबह 9 बजे से ग्लोबल रोड के पास करणी एकेडमी ग्लोबल कॉलेज में महाराजा दाहरसेन रायफल शूंटिग प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। संयोजक विनीत लोहिया ने बताया कि प्रतियोगिता के विजेताओं को 25 अगस्त को आयोजित मुख्य समारोह में सम्मानित किया जायेगा। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन जयंती छः दिवसीय अलग अलग कार्यक्रम नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा, सिन्धु शोधपीठ म.द.स. विश्वविद्यालय, सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन विकास व समारोह समिति अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किये जा रहे है।
समन्वयक
मो. 9413135031

error: Content is protected !!