नाट्यकृति ‘विद्यालयी बाल नाटक‘ का लोकार्पण हुआ

राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष राज्यमंत्री का दर्जाप्राप्त अशोक पाण्डया ने शनिवार 8 सितम्बर को लोकप्रिय नाटककार उमेश कुमार चौरसिया की सद्य प्रकाशित उन्नीसवीं नाट्यकृति ‘विद्यालयी बाल नाटक‘ का लोकार्पण राधाविहार कॉलोनी स्थित आवास पर किया। इस अवसर पर अकादमी के सचिव महेश कुमार पँवार भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस नाट्य संग्रह में हर आयुवय के बच्चों को भारत के महापुरूषों के गौरव, राष्ट्रभक्ति और नागरिक कर्त्तव्यों के प्रति प्रेरित करने वाले रोचक उन्नीस बाल नाटक हैं। इनमें सफाई मेरा काम, क्रांतिवीर प्रतापसिंह बारहठ, पेड़ की सुनो, गोपाल की देशभक्ति, भगतसिंह का वादा, वीर दुद्धा और निडर चन्द्रशेखर प्रमुख हैं। बाल मनोविज्ञान के प्रखर वेत्ता हिन्दी व राजस्थानी नाट्यलेखक उमेश कुमार चौरसिया के नरेन्द्र से विवेकानन्द, राम कबीरा एक हैं, इदं राष्ट्राय, कर्Ÿाव्य-पथ, गांधी की सीख, आजादी की कहानी, म्हूं तो भूलग्यो, कुन्ती की व्यथा, सूर्यपुत्र कर्ण और गंगा की पुकार जैसे कई नाटक देशभर में लोकप्रिय हुए हैं।
-महेश कुमार पँवार
सचिव
9784559937

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