अजमेर के पानी का हक राजधानी को क्यूं ?

दोनों मंत्री व विधायक रहे मौन विपक्ष ने भी नहीं उठाई उस समय आवाज

हरी चन्दनानी
अजमेर 17 सितम्बर। आज संघर्ष समिति की आम सभा में अजमेर शहर के अनेक मुद्दों के साथ-साथ सबसे ज्वलंत जल संकट के मुद्दे पर समस्त सदस्यों ने आक्रोश व्यक्त किया और अनेक सदस्यों ने शहर के वर्तमान मंत्रीयों और दोनों राजनैतिक दल के व्यक्तियों के विरूद्ध कटु शब्दों का प्रयोग करते हुए पूरे शहर में जल संकट के विषय पर आमजन को जागृत करने का सुझाव दिया।
संघर्ष समिति के महासचिव हरी चन्दनानी ने समस्त उपस्थिति गणमान्य सदस्यों को सम्बोधित करते हुए बताया कि वर्तमान सत्ता पक्ष और वर्तमान जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधि लगातार 15 वर्षो से अपने पद और मंत्री मण्डल का सुख भोगकर स्वयं को ओर अपने दल को गौरान्वित समझ रहे है। मगर उनका 15 वर्ष में आम जनता और शहर के ज्वलंत मुद्दों से शनै शनै ध्यान हट गया और लगभग सभी जनप्रतिनिधि अपने परिवार और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित करके हमारे इस शहर को वापस 20-25 वर्ष पुराने हालात पर लेकर आ गये है। इस गम्भीर समस्या के लिये सत्ता पक्ष के साथ कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है। मगर दोनों दल इस विकट हालात में भी मौज मस्ति और अगले चुनाव में जीत कर आने का पूरा दावा कर रहे है, शायद दोनों दलों को अजमेर शहर के समस्त मतदाता नासमझ और नपुसंग प्रतीत हो रहे है।
सम्बोधन में बताया गया कि शहर के दर्द को सबसे पहले श्री बालकिशन कौल ने और बाद में श्रीकिशन मोटवानी जी ने देखा, समझा और उच्च पद प्राप्त होने पर बनास योजना और फिर बीसलपुर योजना बनवाकर अपनी पूरी शक्ति लगाकर शहर को जल संकट से बाहर निकाला। आज उनकी आत्मा वर्तमान शहर को देख रही होगी। इन 15 वर्षो में यह स्वार्थी नेता सदन में चुप रहे और सदन के दबाव में आकर शहर का सुरक्षित बीसलपुर योजना का जल हमारी जनता का भाग जो सुरक्षित था उसका अधिकांश हिस्सा जयपुर शहर को दिलाकर स्वयं को पार्टी का वफादार सिपाही मानने लग गये।
गरीब असहाय शांत अजमेर की जनता का हक बिना हिचक के जयपुर को स्वयं ने थाली में परोस कर दे दिया, इस भागीरथी पूण्य कार्य में शहर के जनप्रतिनिधियों के मुख्य सहयोगी रहे स्वर्गीय जल विभाग के मंत्री, विपक्षी दल कांग्रेस को भी साथ साथ कसुरवार माना जायेगा। कांग्रेस ने सदन में चुप्पी सादकर अपना हित सिद्ध किया है, आज अजमेर जिस हालात में सत्ता ने पहुंचाकर ठण्डी सांस ली है इसका सारा लाभ वर्तमान विपक्षी कांग्रेस आने वाले चुनाव में प्राप्त करने की आतुर दिखाई देती है। इसी सोच के कारण कांग्रेस सदन में हमेशा चुप रही और सत्ता पक्ष को साथ देकर शहर को जल संकट के कुचक्र में फंसा दिया और आज यह शहर दोनों राजनीतिक दलों को बराबर का कसुरवार मानता है। आमसभा में आम सहमति ने जल संकट के मुद्दे पर पूरे जिले को जाग्रत करने और एकजुट होकर बीसलपुर बांध के पानी को अजमेर वास्ते सुरक्षित रखने के लिये आंदोलन करने के लिये तैयार करने का सुझाव पारीत कर, समितियों को गठनकर, समितियों को विभिन्न क्षेत्रों में जाकर वास्तविकता को आमजनता के सामने लाकर राजनीतिक दलों को सबक सीखाने का प्रण लिया गया।
आमसभा में महेश नायक, राजेश गुरनानी, सुमित्रा पहलवानी, कृष्ण चन्द्र शर्मा, गोपाल राजवानी और अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।

हरी चन्दनानी
महासचिव
मो. 9649750811

error: Content is protected !!