आदर्श है कृष्ण का बालस्वरूप

ब्यावर, 27 सितंबर। शहर के सुभाष उद्यान में आयोजित रसमयी रासलीला के चौथे दिन माखन चोरी लीला व महारास का मंचन किया गया। सतरंगी रोशनी से सजे मंच पर ठाकुरजी ने गोकुल की गोपियों के साथ रास किया।
स्वामी सीताराम शर्मा ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद पूतना आई और भगवान ने उसका उद्धार किया। इसके बाद जब भगवान तीन माह के हुए तो शकटासुर आया। भगवान ने संकट भंजन करके उस राक्षस का उद्धार किया। भगवान श्रीकृष्ण ने माखन चोरी लीला की। इसके बाद काली नाग का वध कर यमुना को मुक्त किया। गोचरण लीला एवं गो पूजन करके प्रभु श्रीकृष्ण ने यह संदेश दिया कि गोमाता में सभी देवी-देवताओं का निवास है। इसलिए जो मनुष्य गोसेवा करेगा उसको सहज ही जीवन में सुख समृद्धि प्राप्त होगी। श्रीकृष्ण का प्रत्येक रूप मनोहारी है, उनका बालस्वरूप तो इतना मनमोहक है कि वह बचपन का एक आदर्श बन गया है।
गोवत्स राधाकृष्ण महाराज ने भी रासलीला में पहुंचकर भक्तों को आशीर्वचन दिए। मानव कल्याण सेवा संस्थान अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, नगर परिषद सभापति शशिबाला सोलंकी ने गिरधर गोपाल का पूजन किया। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। रासलीला में भाजपा नेता भरत मालानी, मनीष बुरड़, चंद्रशेखर सोलंकी, मुन्ना प्रजापति, अनु कुमावत, शंकरलाल प्रजापति, नटवर अरोड़ा, प्रेम जिंदल, सुनील सिंहल, मिथलेश अग्रवाल, साधना सारस्वत, सुमित्रा प्रजापति, सुनीता कुमावत, पुष्पा अग्रवाल, शिखा अग्रवाल, माधुरी बंसल, अंजू गर्ग, प्रमिला शर्मा, भारती कुमावत, पिंकी अग्रवाल, जया अग्रवाल, विजयलक्ष्मी, चुलबुल सहित बड़ी संख्या में रसिक भक्त शामिल हुए। शुक्रवार को नरसी चरित्र व नानी बाई के मायरे का मंचन होगा।

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