विजय जैन को पाबंद करने का नोटिस, कांग्रेसियों ने इसे भाजपा की बौखलाहट बताया

अजमेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर यात्रा के दौरान शांति भंग होने के अंदेशे का बहाना बनाकर जिला प्रशासन ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन को पाबंद करने का नोटिस जारी किया। आंदोलन के दबाव में प्रशासन ने कदम पीछे खींचे और नोटिस वापस लेने की घोषणा की कांग्रेसियों ने इसे भाजपा की बौखलाहट बताया।
शहर कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने बताया कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर यात्रा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शांति भंग होने का अंदेशा व्यक्त करते हुए उप जिला मजिस्ट्रेट अजमेर के माध्यम से शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन को पाबंद एवं 10 हज़ार रुपये का जमानत मुचलका उप जिला मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रस्तुत करने का नोटिस थाना अलवर गेट के जरिए जारी किया। नोटिस की सूचना शहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच आग की तरह फैल गई और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में कांग्रेसी नेता एवं कार्यकर्ता जिला कलेक्टर के समक्ष आक्रोश जाहिर करने के लिए जिला कलेक्ट्रेट पर इकट्ठा हो गए। नोटिस जारी करने वाले संबंधित उप जिला मजिस्ट्रेट की अदालत में पीठासीन अधिकारी के नहीं मिलने तथा जिला कलेक्टर से बातचीत होने के बावजूद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी के कांग्रेसियों से वार्ता करने नहीं पहुंचने से आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ता नारे लगाने लगे और जिला कलेक्टर आरती डोगरा के चेंबर के बाहर धरने पर बैठ गए काफी देर तक भी कोई अधिकारी जब बातचीत के लिए नहीं पहुंचा तो कांग्रेसी रामधुनी करने लगे और धरना स्थल पर ही शनिवार के आंदोलन की रूपरेखा तैयार होने लगी।
इसी दौरान पुलिस उपाधीक्षक अजमेर उत्तर जिनेंद्र कुमार जैन ने कलेक्टर चेंबर के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेसियों से कहा कि यदि धरना लगाना है तो कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर लगाएं कलेक्टर के चेंबर के बाहर बैठना कानूनी अवहेलना है सी ओ नॉर्थ की इस बात से आक्रोशित कांग्रेसियों ने वहां सरकार और प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर अशोक योगी ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन से फोन पर बात करने हेतु सीओ नॉर्थ को माध्यम बनाया। दोनों ही अधिकारियों ने कांग्रेस अध्यक्ष से इस बाबत खेद प्रकट किया कि प्रशासनिक एवं गफलत के कारण नोटिस जारी कर दिया गया है जिसे प्रक्रिया अपना कर वापस लिया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने प्रशासन की इस कार्रवाई को भारतीय जनता पार्टी सरकार की बौखलाहट करार देते हुए कहा कि यह स्वच्छ परंपरा नहीं है प्रधानमंत्री कांग्रेस शासनकाल में भी अजमेर आए थे लेकिन कांग्रेस सरकार ने कभी भी भाजपा नेताओं को पाबंद करने की कार्रवाई पर कार्य नहीं किया लेकिन यदि भारतीय जनता पार्टी सरकार इस तरह की परंपरा स्थापित करेगी तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरनाक होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसी प्रकार के आंदोलन काले झंडे अथवा रास्ता रोकने या प्रधानमंत्री की अजमेर यात्रा का विरोध करने का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है बावजूद इसके प्रशासन द्वारा शहर कांग्रेस अध्यक्ष जैसे गरिमामय पद पर बैठे व्यक्ति को अपराधियों की तरह पाबंद करने का नोटिस जारी करें यह सरासर तानाशाही और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है। प्रशासन का यह रवैया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए कांग्रेस को उकसाने वाला है। उन्होंने मांग रखी कि प्रशासनिक स्तर पर यह चूक कहां हुई कहां गफलत पैदा हुई इसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि शहर के एक सम्मानित नागरिक को इस तरह पावन करने का नोटिस जारी करना अंग्रेजी शासन की याद दिलाता है।
इस दौरान कुलदीप कपूर फखरे मोईन हेमंत भाटी बलराम शर्मा श्याम प्रजापति मुजफ्फर भारती रवि शर्मा छीतर मल टेपण विपिन बेसिल विवेक पाराशर वैभव जैन अंकुर त्यागी शमशुद्दीन शैलेंद्र अग्रवाल सबा खान कमल गंगवाल गंगा सिंह गुर्जर पंडित दीनदयाल शर्मा मुनीम तंबोली मयंक टंडन अरुणा कच्छावा अभिलाषा विश्नोई शिवराज भडाणा कैलाश कोमल इमरान सिद्दीकी चंदन सिंह सुनील कैन चंद्रशेखर बालोतरा चंद्रप्रकाश बोहरा निर्मल बेरवाल भरत धोलखेड़िया मनोज मनोज मनोज बैरवा गणेश चौहान मनीष सेठी विशाल शर्मा संदीप शर्मा विवेक जैन जीतू जींगर मनोज कंजर सहित भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।

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