संकट में साथ निभाए वही सच्चा मित्र : शास्त्री

अजमेर, 28 दिसंबर। शहर के श्री निम्बार्क कोट मंदिर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के विश्राम सत्र में कथावाचक पं. रविशंकर शास्त्री ने सुदामा का चरित्र सुनाते हुए कहा कि कृष्ण व सुदामा मित्रता की मिसाल है। विपरित परिस्थिति में साथ निभाए वही सच्चा मित्र है।
शास्त्री ने कहा कि भागवत सभी वेदों का सार है। भागवत श्रवण से मनुष्य के विचार शुभ होते हैं। सकारात्मक विचारों से ही जीवन सुखमय होता है। अच्छे विचारों से विश्व अच्छा बनेगा। भागवत कथा औषधि के समान है। जो सभी पापों का नाश करती है। उन्होंने कहा कि वस्तु संसार के लिए है और चित्त परमात्मा के लिए। नाम संकीर्तन में सच्चा सुख है। सत्संग करते हुए मन को निर्मल व छल-कपट रहित रखें। सत्संगी के प्रति स्नेह रखें। कर्म और धर्म के प्रति अगाढ़ श्रद्धा होनी चाहिए। प्रवक्ता सुमित सारस्वत ने बताया कि कथा में आर्य शर्मा, अभिनव शास्त्री, दिनेश शर्मा, प्रेरणा शर्मा, नेहा शर्मा, हर्षिता, काजल, अपूर्वा ने श्रीकृष्ण, राधा, रुकमणी व सुदामा का रूप धरकर प्रसंग का सजीव मंचन किया और बृज होली के रंग बिखेरे। भक्तों ने राधा-रासबिहारी के साथ फूलों से होली खेली। मंच संचालन सुमित सारस्वत किया। कथा प्रारंभ से पूर्व यजमान विष्णुदत्त जोशी, महेश जोशी, मनीष शर्मा, सीके सक्सेना ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। पं. ज्योतिस्वरूप शर्मा व बंशीधर शास्त्री ने पूजन कराया। कथा में कमला जोशी, वृंदा शर्मा, अलका सिंह, अनुराधा सक्सेना, मंजू जोशी, निरुपमा जोशी, दीपक झा सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने धर्मलाभ लिया।

सुमित सारस्वत
मो.09462737273

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