देश में समान नागरिक संहिता लागू हो,धारा 370 तत्काल हटे

*वैदिक ब्राम्हण समुदाय को सम्मान मिले, दहेज प्रथा समाप्त कर दो सन्तान पैदा करने का कानून बनें*
*वैदिक ब्राम्हण कल्याण परिषद के दो दिवसीय चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज 29 को*

जयपुर। समूचे देश मे समान नागरिक संहिता लागू करते हुए सरकार कश्मीर से धारा 370 तत्काल हटाये। ताकि सबका सम्मान हो तथा देश मे अमन चैन बना रहे। वैदिक ब्राम्हण कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुभाष कौशिक ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए उक्त बात कही। उन्हों ने कहा कि जयपुर वीआईटी कैम्पस में 29 व 30 दिसम्बर 2018 को हमारे संगठन का चौथा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होगा।इसमें यूपी, बंगाल, हरियाणा, राजस्थान,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली समेत तमाम प्रदेशों से लोग पहुचेंगे। सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास होंगे तथा लोगों के उत्थान के लिए संगठन का नया एप भी लांच किया जाएगा।इस दौरान समाज मे उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न प्रदेशों के तमाम स्वजातिय लोगों को वैदिक श्री समेत अन्य पुरस्कारो से सम्मानित किया जाएगा।
श्री कौशिक ने आगे कहा कि वे सरकार से मांग करते है कि पूरे देश में सरकारी मदरसों की तर्ज पर वैदिक पाठशाला खोले जाय ।इन पाठशालाओं में गुरुकुल की तर्ज पर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा दी जाए । उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में 7 लाख 32 हजार गुरुकुल भारत में चलते थे। तब हमारे देश को सोने की चिड़िया भी कहा जाता था। कालांतर में पहले मुगलों ने बाद में अंग्रेजों ने इसे नष्ट कर भारतीय संस्कृति पर भारी कुठाराघात करने की कोशिश की। हमारे पुरखों ने उस थाती को आज तक बचा कर रखी है उसे आगे सम्मान मिलना चाहिए।
श्री कौशिक ने कहा कि दहेज प्रथा एक अभिशाप की तरह है इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए। शादी- विवाह को मान्यता कोर्ट मैरिज के बाद ही मिले तथा मंदिरों में शादी कराने की परंपरा को आगे बढ़ाया जाए। इससे बेटी वालों को खर्च से जहाँ मुक्ति मिलेगी वहीँ दहेज रूपी दानव से मुक्ति भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण एक राष्ट्रीय मुद्दा है ।प्रभु श्रीराम का मंदिर यदि भारत में नहीं बनेगा तो आखिर कहां बनेगा ? मुगल शासकों ने भारत पर बहुत अत्याचार किया अयोध्या के भव्य राम मंदिर समेत देश के कई मंदिरों को उस वक्त जबरन तोड़ डाला गया। अब राम का मंदिर अयोध्या में हर हाल में बन जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हिंदुस्तान , पाक का बंटवारा होते समय भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बन गया जबकि पाक मुस्लिम कंट्री हो गया तो, क्यों ना भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए इस पर भी विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैदिक ब्राह्मणों के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है। हमें मानसिक रूप से गुलाम बनाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा जो कदापि सहन नहीं होगा ।हम अपने स्वजाती समाज के लोगों के सम्मान के लिए आजीवन लड़ते रहेंगे, तथा हर कुर्बानी देने को तैयार है । श्री कौशिक ने बताया कि 28 दिसंबर से मेहमानों का आगमन शुरू होगा। दीप प्रज्वलन के साथ 29 दिसंबर को चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज वीआईटी कैम्पस में होगा। दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान समाज के उद्धार के लिए दीपेंद्र कौशिक द्वारा बनाई गई नई वेबसाइट एप को भी लांच किया जाएगा। इस दौरान समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले तमाम विशिष्ट लोगों तथा भारत के विभिन्न राज्यों से आने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष
सुभाष कौशिक
वैदिक ब्राम्हण कल्याण परिषद (भारत)

रेणु शर्मा
मीडिया कॉर्डिनेटर
9413353671

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