राजस्थान में प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र पर भी उपलब्ध होगी टेमीफ्लू

अजमेर 04 जनवरी। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए पूरा चिकित्सा महकमा वार अलर्ट पर है। इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाएगी। गांव के स्तर पर ही स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए राज्य के प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र पर टेमीफ्लू उपलब्ध रहेगी। चिकित्सा मंत्री ने बड़े अस्पतालों पर दबाव कम करने के लिए कस्बों और शहरों में अस्पतालों को चिकित्सकीय दृष्टि से समृद्ध करने का नया मॉडल पेश किया। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि बड़े शहरों में नये सैटेलाइट अस्पताल तथा जिला व उपखण्ड स्तर के अस्पतालों में सामान्य बीमारियों के साथ ही स्पेशलिटी विकसित करने के प्रस्ताव तुरन्त तैयार करें।
चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में राज्य भर के चिकित्सा उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर टेमीफ्लू उपलब्ध कराने तथा बड़े अस्पतालों पर सामान्य बीमारियों एवं रैफर होकर आने वाले मरीजों का दबाव कम करने की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों से बचाव हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। चिकित्सा महकमा स्वाइन फ्लू के खिलाफ वार अलर्ट पर रहें। कहीं पर भी किसी तरह की कोताही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा महकमा यह सुनिश्चित करे कि प्रत्येक व्यक्ति स्वाइन फ्लू के लक्षणों और उससे बचाव के उपाय के प्रति सावचेत रहें। गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गो और गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को स्वाइन फ्लू से अधिक खतरा है। इन्हें प्रथम स्तर पर ही सम्पूर्ण उपचार उपलब्ध कराया जाए। चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए अपनी पूरी तैयारी रखें। चिकित्सालयों में निशुल्क दवा और जांच की सम्पूर्ण व्यवस्था रहें।
चिकित्सा मंत्री ने विभाग के समक्ष एक नया मॉडल प्रस्तुत करते हुए कहा कि उपचार में देरी और दूरी से बचाव के लिए आवश्यक है कि बड़े अस्पतालों पर मरीजों का दबाव कम किया जाए। इसके लिए बड़े शहरों में नये सैटेलाइट अस्पताल और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तैयार किए जाएगें। इसके अलावा जिला एवं उपखण्ड स्तर के अस्पतालों को भी चिकित्सकों, उपकरण, दवा और जांच के लिए इतना सक्षम किया जाएगा कि किसी भी सामान्य बीमारी का मरीज बड़े अस्पताल में आने के बजाए अपने आसपास के चिकित्सालय में ही उपचार कराने जाए। इन अस्पतालों में कुछ बीमारियों की चिकित्सा के लिए स्पेशलिटी भी विकसित की जाएगी।
चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि अजमेर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में कार्डियो सर्जरी की सुविधा विकसित की जाएगी। इसके बाद अन्य बीमारियों के उपचार की स्पेशलिटी को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। यही प्रक्रिया पूरे राजस्थान में अपनायी जाएगी। अस्पतालों में सर्वाधिक जरूरत की स्पेशलिटी को सबसे पहले विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग से संबंधित सभी योजनाएं एवं नये निर्माण कार्य आगामी कई दशकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए जाएगें। बैठक में जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जी.एस. सिसोदिया, सीएमएचओ डॉ. के.के.सोनी, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जेएलएन चिकित्सालय का किया निरीक्षण
चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने नव निर्मित आपातकालिन चिकित्सा ईकाई एवं अन्य वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों के कुशलक्षेम पूछी। इस अवसर पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन एवं अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

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