18वें सिन्धियत मेले में होगा सिन्धु सभ्यता एवं संस्कृति का संगम

31 मार्च को होगा आजाद पार्क में आयोजन
सिन्धु सभ्यता एवं संस्कृति से ओतप्रोत सिन्धियत मेले का भव्य आयोजन सिन्धु समिति अजमेर के तत्वाधान में 31 मार्च 2019 रविवार को आजाद पार्क में किया जा रहा है। 18वें सिन्धियत मेले का आयोजन स्व. सेठ गागनदास चंदीराम लख्याणी परिवार के सहयोग से किया जायेगा ।
मेला संयोजक महेश इसराणी ने बताया कि समिति द्वारा विगत 17 वर्षों से ऐसे मनोरंजक मेलों का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य जहां एक ओर सिन्धी सभ्यता एवं संस्कृति का प्रचार प्रसार करना है वहीं मेले से बचाई गई राशि से समाज के जरुरतमंद परिवारों के सहयोग प्रदान करना है। मेले का शुभारम्भ परम श्रद्धेय स्वामी स्वरुपदास उदासीन मंहत ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम, परम श्रद्धेय स्वामी हनुमान उदासीन मंहत श्री शातेश्वर उदासीन आश्रम पुष्कर, स्वामी ईसरदास तुलसीधाम संत कंवरराम कोलोनी, स्वामी आत्मदास जी निर्मलदाम झूला मोहल्ला एवं भाई फतनदास जी जतोई दरबार के करकमलों से पवित्र ज्योत प्रज्जवलित कर किया जायेगा । इस अवसर पर इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर की बहिराणा मण्डली द्वारा झूलेलाल की सवारी सजाई जायेगी व घनश्याम भगत, प्रकाश मोटवाणी, लता ठाराणी व अन्य कलाकारों द्वारा भजन व पंजडे प्रस्तुत किये जायेगें ।
मेला सह-संयोजक महेश टेकचन्दाणी ने बताया कि मेले को सुरुचिपूर्ण बनाने के लिए विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाये जायेगें, जिनमें मुख्यतः कढी चावल, दही कोकी, दाल पकवान, ढोढो चटणी, दाल छोला डबल, बीह जा पकौडा, चप चटणी, खीचा पापड, गीहर, फलूदा, सैण्डविच, बेसन की पपडी आदि हैं। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवसं सिन्धु संस्कृति से ओतप्रोत प्रदर्शनी के साथ साथ शहनाई, डांडिया, घुडसवारी, बग्गी, झूले, व आयोलाल-झूलेलाल लिखे आसमान में एक के बाद हजारांें रंगीन गुब्बारे छोडे जायेगें।
अध्यक्ष जयकिशन लख्याणी ने बताया कि मेले में रैफरल ड्रॉ भी खोला जायेगा जिसमें प्रथम पुरस्कार (1) डेढ ग्राम का सोने का सिक्का, द्वितीय पुरस्कार (1) एक ग्राम सोने का सिक्का, तृतीय पुरस्कार (0.5) आधा ग्राम सोने का सिक्का तथा 27 सात्वंना पुरस्कार 5 ग्राम चांदी के सिक्के दिये जायेगें ।

समिति सचिव जयकिशन हिरवाणी ने बताया कि मेले के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जायेगा जिसमें उत्कृष्ट बालक-बालिका के साथ साथ अम्मा-बाबा एवं उत्कृष्ट दम्पत्ति का चयन कर पुरस्कृत किया जायेगा । मेले में प्रतियोगिताओं के लिए रात्रि 8.30 बजे तक प्रविष्ठिया ली जायेगी । मेले में लगे उत्कृष्ट स्टॉलों को भी समिति द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा एवं मौके पर सिन्धु संस्कृति की ज्ञानवर्द्धक प्रश्नोत्तरी पर इनाम दिये जायेगें ।
समिति उपाध्यक्ष श्री दिलीप बूलचन्दाणी ने बताया कि मेले के सफल आयोजन के लिए सलाहकार मण्डल का गठन किया गया है जिसमें जीव सेवा समिति के सचिव जगदीश वच्छाणी, उद्योगपति वासुदेव मंघाणी, नरेन शाहणी भगत, विजय शाहणी, छांगामल, इन्द्र मूलाणी, भगवान चंदीराम, रमेश प्रियाणी, गुरुमुखदास बत्रा, पुरसु छतवाणी, राजा जेठाणी, डॉ. प्रकाश डी नारवानी, दीपक हासाणी, रामचन्द देवनाणी, दीपक भम्भाणी, रमेश तेजवाणी, लजेश कलवाणी, सोनू केशवाणी, वाशी बदलाणी, देव बदलाणी को शामिल किया गया है ।
संगठन सचिव महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि मेले में व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न समितियों का गठन भी किया गया है जिसमें टेन्ट समिति में हरकिशन टेकचन्दाणी, किशन केवलाणी, स्टॉल बुकिंग समिति में दिलीप बूलचन्दाणी, अजीत पमनाणी, दिलीप थदाणी, अशोक तेजवाणी, नारी वाघाणी, सेवक पंजवाणी, संत सम्पर्क हेतु नरेन्द्र बसराणी, जसवंत गनवाणी, मंच व्यवस्था हेतु परमानन्द आहूजा, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, स्क्रीन व इनाम हेतु भगवान साधवाणी, पारस लौंगाणी, जल व्यवस्था के लिए माधव बच्चाणी एवं गोपाल जी को जिम्मेदारी दी गई है ।

(जयकिशन हिरवाणी)
सचिव
मोबाइल 9414437621

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