उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के बूथ स्थतरीय कार्यकर्ता से मण्डल व शहर जिला स्तर के कार्यकर्ता व पदाधिकारी, पार्षद, पंचायत व जिला परिषद सदस्य, मोर्चाे व प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता व क्षेत्र के समस्त वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ चुनाव में कार्य किया जिसके फलस्वरूप विधान सभा चुनाव से भी अधिक मतदान सम्भव हुआ ।
देवनानी ने कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद भी प्रत्येक बूथ पर भाजपा के कार्यकर्ता जुटे हुए थे साथ ही क्षेत्र के मतदाताओं ने भी मतदान के लिए गर्मी की कोई परवाह नहीं की।
प्रशासन दिखा कांग्रेस सरकार के दबाव में
देवनानी ने कहा कि एक ओर आम मतदाताओं में मोदी जी को फिर प्रधानमंत्री बनाने का उत्साह नजर आया तो दूसरी ओर अजमेर का प्रशासन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के दबाव में नजर आया। उन्होंने कहा कि रामनगर, केसरगंज, नयाबाजार सहित कई स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की की गई। वार्ड 60 के बूथों पर बीएलओं द्वारा वितरित पर्ची नहीं लाने पर मतदान कराने से इन्कार किया गया।
देवनानी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वोटर लिस्टों में भी भारी अनियमितता सामने आई। कई मतदाताओं के नाम विधान सभा चुनाव में थे परन्तु इस बार की वोटर लिस्ट से गायब मिले।