विकास की सालाना रैकिंग में अजमेर जिला प्रथम स्थान पर

अजमेर, 16 मई। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने मनरेगा पीएम आवास योजना, ग्रामीण विकास योजना सहित कई सरकारी योजनाओं की रैकिंग जारी कर दी है। इसमें अजमेर जिला नंबर वन पर रहा है। झुंझुनूं दूसरे नम्बर पर और भीलवाड़ा तीसरा स्थान अर्जित करने में सफल रहा है।
जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि पिछले साल अजमेर और झुंझुनूं समान अंक पाकर नम्बर वन पर थे लेकिन इस बार झुंझुनूं एक पायदान नीचे खिसक गया है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष के सरकारी योजनाओं की वर्किंग के आधार पर प्रदेशभर में सभी जिलों की रैकिंग जारी की जाती है। जिसमें अजमेर जिला प्रथम स्थान पर रहा है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास की योजनाओं में मनरेगा, पीएम आवास योजना, आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास परियोजनाएं, स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाएं शामिल है। प्रदेश में मनरेगा के लिए एक लाख 40 हजार श्रम दिवस तय किए थे। जिसे राज्य सरकार ने 40 प्रतिशत बढ़ाकर 2 लाख से अधिक का टारगेट किया। इस अनुपात में प्रदेश में 3 करोड़ से ज्यादा श्रम दिवस हो जाएंगे। प्रदेश में 2 लाख 13 हजार लोग मनरेगा में काम कर रहे है। इन्हें 145 रूपए औसत दर से भुगतान किया जा रहा है। यह दर भी बढ़ने की संभावना है।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में नरेगा योजना में रोजगार पर लगे श्रमिकों की संख्या मई माह में बढ़कर दो लाख को पार कर गई है। गत वर्ष एक लाख 5 हजार के आसपास ही श्रमिक लगे हुए थे। 52 हजार 760 परिवारों को सौ दिन रोजगार देने में भी अजमेर जिला पूरे प्रदेश में अव्वल हो गया है। पिछले पांच वर्षो के दौरान इतने परिवारों को कभी भी सौ दिन रोजगार नहीं मिल पाया था। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को रोजगार देने के साथ -साथ समय पर भुगतान देने में भी जिले पीछे नहीं रहा और अप्रेल द्वितीय तक का भुगतान दे दिया गया है। जिले में अभी 1895 कार्यों पर दो लाख 690 श्रमिक नरेगा काम पर लगे हुए है। पीसांगन ब्लॉक में सबसे अधिक 35 हजार 734 श्रमिक नरेगा कार्य पर लगे हुए है। इसके अलावा सरवाड़ ब्लॉक में 20 हजार 881, अरांई में 17 हजार 521, केकड़ी में 27 हजार 562, जवाजा में दस हजार 59, भिनाय में 14 हजार 870, मसूदा में 14 हजार 738, श्रीनगर ब्लॉक में 29 हजार 130 और सिलोरा ब्लॉक में 30 हजार 195 श्रमिक नरेगा में रोजगार पा रहे है।
जिला कलक्टर ने बताया कि सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के टीम भावना से काम करते हुए अधिक से अधिक गरीब तबके को योजनाओं में राहत पहुंचाने के कारण ही जिला प्रदेश में अव्वल रहा है। उल्लेखनीय है कि समस्त सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में जिला कलक्टर की परफोमेंस का पैमाना भी माना जाता है। कलक्टर ही इन सब सरकारी योजनाओं की मॉनिटिंरंग सीधे तौर पर करते है।

डेंगू पखवाड़ा प्रारंभ
जयपुर/अजमेर, 16 मई। प्रदेश में डेंगू दिवस 16 मई से डेंगू के बारे में जनचेतना जागृत करने के लिए 15 दिन का डेंगू पखवाड़ा गुरूवार से प्रारम्भ हो गया है। इस पखवाड़े के दौरान डेंगू के संबंध में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी ।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले सभी मरीजों के परिजनों को मच्छरों के लारवा के बारे में आवश्यक जानकारियां दी जाएंगी । उन्होंने बताया कि इन स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू से बचाव के संबंध में 10 सवालों की एक प्रश्नावली तैयार करके रखी गई है एवं इस प्रश्नावली के माध्यम से डेंगू से बचाव व उपचार के साथ ही डेंगू के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएंगी।
डॉ.शर्मा ने बताया कि मौसमी बीमारियों से बचाव के संबंध में वर्ष भर का कैलेंडर तैयार करने के साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम के बारे में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं ।

जिले में मनाया राष्ट्रीय डेंगु दिवस
अजमेर, 16 मई। डेंगू की रोकथाम और नियन्त्रण हेतु जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों में गुरूवार को राष्ट्रीय डेंगु दिवस मनाया गया।
मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉं. कृष्ण कुमार सोनी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले मे जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर आमजन मे डेगूु रोकथाम, बचाव के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर आई.ई.सी. कार्नर की स्थापना की गयी। जिसमें पेम्पलेट/पोस्टर एवं टी.वी/एलईडी के माध्यम से चिकित्सा संस्थान पर आने वाले रोगियो एवं उनके परिजनों को डेंगू रोग की जानकारी बचाव के तरीके आदि की जानकारी प्रदान की गई। साथ ही लार्वा प्रदर्शन भी किया गया। जिसमे लोगो ने अधिक रूचि लेकर लार्वा को देखा एवं अपने स्तर से बचाव के तरीकों को अपनाने हेतु बताया गया।
उन्होंने बताया कि चिकित्सा संस्थान पर आई.ई.सी कॉर्नर में पेम्पलेट/पोस्टर एवं टी.वी/एलईडी की जानकारी प्राप्त करते हुए लोगो ने डेंगू संबंधी प्रश्नावली को भरकर अपनी जानकारी और बढायी। उक्त आई.ई.सी. कॉर्नर आम जानकारी हेतु चिकित्सा संस्थान पर आगामी 30 मई तक संचालित किया जायेगा। क्षेत्र में आशा सहयोगिनी एवं प्रसाविका द्वारा एन्टीलार्वा गतिविधियां एवं सोर्स रिडक्शन कार्य भी निरन्तर किया गया। राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर चिकित्सा संस्थान पर आई.ई.सी. गतिविधियों का निरीक्षण जिला स्तरीय टीम द्वारा किया गया।
उन्होंने बताया कि डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है। एडिज इजिप्टाई नामक मच्छर द्वारा पीड़ित व्यक्ति जो डेगू से ग्रसित है उसको मच्छर द्वारा काटने पर डेंगू के वायरस मच्छर के शरीर मे पहुंच जाते है और स्वस्थ व्यक्ति को मच्छर द्वारा काटे जाने से यह रोग फैलता है। इस रोग के लक्षण अचानक तेज बुखार आना, सिर मे तेज दर्ज होना, आँखाें मे दर्द होना, शरीर पर चकते होना, पूरे शरीर मे दर्द व जकडन होना, जी मचलाना एवं उल्टी होना, चक्कर आना तथा पेट खराब होना है।
उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षण पाये जाने पर तुरन्त नजदीकी चिकित्सालय मे चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार लिया जाना चाहिए। ऎसे में रोगी को पूर्ण आराम तथा पोष्टिक आहार लेते हुए अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। इस रोग से बचाव के लिए घर मे अन्दर एवं आसपास पानी जमा न होने दे। घरो में पानी के बरतनो को खुले नही रखे, सदैव ढककर रखे। प्रति सप्ताह कुलर की सफाई करे एवं रगडकर धोकर धूप मे सुखाये तत्पश्चात कुलर का पानी बदले। प्रत्येक रविवार को सुखा दिवस मनाये, अपने घरो व आसपास मे साफ-सफाई करना एवं पानी का निस्तारण करे। खुले स्थानाें मे गढ्ढों मे पानी भरा हो, तो उसमे जला हुआ तेल डाले अथवा मिट्टी डालकर पानी को सुखाये। प्रति सप्ताह फ्रीज की टे्र एवं गमलो के नीचे रखी टे्र का पानी खाली कर टे्रे को सुखाकर पुनः उपयोग मे लिया जावे। बच्चो को पूरी आस्तीन के कपडे पहनावें। रात को सोते समय मच्छर दानी का इस्तेमाल करे। मच्छर रोधी अन्य उपकरणो का उपयोग करे। चिकित्साकर्मीयो को एन्टीलार्वा गतिविधियोें एवं सोर्स रिडक्शन गतिविधियाें मे सहयोग प्रदान करे और उनकी सलाह अनुसार आगे होकर घर मुखिया अपने स्तर से बचाव के उपायो को निरन्तर अपनाते रहे।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ 2018 के क्लेम वितरित
अजमेर, 16 मई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ 2018 मे स्थानिक आपदाओ तथा उपज आकंड़ो के आधार पर जिले हेतु अधिकृत कम्पनी टाटा एआईजी ने जिले की 134 ग्राम पंचायतो के 4743 किसानों के खातो में राशि रू 3.614 करोड़ के फसल बीमा क्लेम सीधे ही डीबीटी करते हुए प्रथम किस्त जारी की है।
उप निदेशक कृषि श्री वी.के.शर्मा ने बताया कि शेष बीमा क्लेम का निस्तारण भी शीघ्र किया जायेगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कम्पनी के सहायक प्रबंधक अजमेर, श्री सौरभ त्रिपाठी से मो0 न0 6264676170 पर संपर्क किया जा सकता है।

पूर्व सैनिकों का समस्या समाधन शिविर ब्यावर में 22 मई को
अजमेर, 16 मई। पूर्व सैनिकों व वीरांगनाओं /वीर नारियों/आश्रितों के लिए समस्या समाधान शिविर का आयोजन 22 मई को सैनिक विश्राम गृह, ब्यावर में किया जाएगा। जिसका प्रमुख उद्ेश्य पूर्व सैनिकों की समस्याओं का निराकरण करना है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमाण्डर बनवारी लाल ने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों को केन्द्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा प्रदत्त कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। पूर्व सैनिकों/ उनके आश्रितों एवं शहीद सैनिकों की समस्याओं का मौके पर निराकरण हेतु पूर्व सैनिक (गौरव सैनानी) की मिनी रैली समस्या समाधान शिविर आयोजित होगा। एक जनवरी 2016 से पूर्व सेवानिवृत हुए सैनिकों एवं विधवाओं एवं आश्रितों को पेंशन संशोधन का फार्म वितरण किया जाएगा।
इमरजेंसी कमीशंड, शार्ट सर्विस कमिशंड एवं प्रि मच्योर सेवा निवृत पूर्व सैनिकों एवं द्वितीय विश्व युद्ध पेंशनर्स को ईसीएचएस सुविधा के बारे में जानकारी दी जाएगी। जय जवान विकास समिति अजमेर की तरफ से पूर्व सैनिकों को रोजगार संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। आप सभी आकर विभिन्न प्रकार की जानकारी, समस्याओं का समाधान व पेंशन संशोधन का फार्म प्राप्त करें।

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