विद्यार्थियों को योग से दूर करना कांग्रेस की राजनैतिक द्वेषता

– 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस से विद्यार्थियों को दूर करने के लिए गर्मियों की छुट्यिां बढाई आगे, अब 19 जून के स्थान पर 1 जुलाई से प्रारम्भ होगा शिक्षण
– विद्यालयों में योग दिवस के आयोजन, पाठ्यक्रम में बदलाव जैसे भाजपा सरकार के प्रत्येक राष्ट्रवादी निर्णय का बदलना कांग्रेस की संकीर्ण सोच को दर्शाता
– योग की महत्ता को मानते हुए विश्व के 192 देशों ने इसे एकमत होकर स्वीकारा परन्तु कांग्रेस का भारतीय संस्कृति में नहीं विश्वास
– योग दिवस के आयोजन को लेकर सरकार करे पुनर्विचार

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 22 मई। सम्पूर्ण विश्व में 21 जून को मनाये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस से राजस्थान के विद्यार्थियों को दूर करने का प्रयास कांग्रेस सरकार द्वारा राजनैतिक द्वेषतावश उठाया गया कदम है। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवानानी ने सरकार द्वारा विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टियां बढ़ाकर 19 जून के स्थान पर 1 जुलाई से शिक्षण प्रारम्भ किये जाने के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि स्वस्थ तन व मन के लिए उपयोगी भारत की प्राचीन ऋषि विधा योग की महत्ता को जानते हुए एक ओर जहां सम्पूर्ण विश्व के 192 देशों ने एकमत होकर योग को स्वीकारा है वहीं संकीर्ण सोच वाली कांग्रेस सरकार ने कुटिल चाल चलते हुए छुट्टियों के बाद विद्यालय खुलने की तिथि आगे खिसका दी ताकि प्रदेश के विद्यालयों में योग दिवस का आयोजन ना हो सके।
देवनानी ने कहा कि योग शारीरिक स्वस्थता के साथ ही मानसिक व बौद्धिक विकास में भी उपयोगी है। प्रदेश के विद्यार्थियों में भी योग के प्रति जागरूकता बढ़े एवं उन्हें अपने दैनिक जीवन में योग को सम्मिलित करने हेतु प्रेरित करने के लिए ही गत भाजपा सरकार द्वारा विद्यालयों में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन प्रारम्भ किया गया था, परन्तु प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिस प्रकार गत भाजपा सरकार द्वारा लागू पाठ्यक्रम में बदलाव सहित विभिन्न राष्ट्रवादी निर्णयों को बदलने पर उतारू है उसी प्रकार योग दिवस जैसे आयोजन पर भी रोक लगा दी जोकि यह दर्शाता है कि कांग्रेस का भारत की गौरवशाली संस्कृति में कोई विश्वास नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार को राजनैतिक द्वैषता से ऊपर उठकर प्रदेश के विद्यार्थियों के शारीरिक व मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए योग दिवस के आयोजन के सम्बंध में अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।

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