शिक्षा जीवन के उत्थान का साधन बने – डॉ कुमकुम सिंह

जीवन में कुछ अच्छा जानना, उसमें सफल होना और वह सफलता समाज के लिए उपयोगी हो तथा यह शिक्षा स्वयं के जीवन के उत्थान का भी साधन बने यही विवेकानन्द केन्द्र के शिक्षा संस्कार प्रकल्प का उद्देश्य होना चाहिए। यह केवल विद्यार्थियों के लिए ही नहीं अपितु परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए भी वैचारिक आंदोलन बनना चाहिए। उक्त विचार वरिष्ठ सर्जन एवं पूर्व विभागाध्यक्ष सर्जरी डॉ0 कुमकुम सिंह ने विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के शिक्षा संस्कार प्रकल्प के तहत छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रारंभ की जा रही निःशुल्क कोंचिंग के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। साहित्य अकादमी के सदस्य उमेश कुमार चौरसिया ने विद्यार्थियों खेल खेल में शिक्षा प्राप्त करते हुए आत्मबल, दृढ़ता के साथ आत्मविश्वास तथा लक्ष्य के प्रति एकाग्रता के बारे में बताया।
कार्यक्रम में नगर संचालक डॉ0 श्याम भूतड़ा ने विवेकानन्द केन्द्र की नगर में चल रही योग, स्वाध्याय एवं संस्कार की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा, नगर प्रमुख अखिल शर्मा, नगर सहप्रमुख बीनारानी, कुलदीप कुमावत, शैफाली सांखला, सावरलाल, प्रदीप ओझा, कार्तिक ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा संस्कार प्रकल्प प्रमुख शुभ शर्मा ने किया।

(अखिल षर्मा)
नगर प्रमुख
9414008765

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