अजमेर, 25 अगस्त। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी द्वारा सोशल मिडिया पर राजस्थान छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई पैनल को समर्थन देने की अपील किये जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री जिनका खुद का यह दायित्व है कि प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव निष्पक्ष रूप से सम्पन्न हो साथ ही लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों की पालना भी सुनिश्चित हो परन्तु संवैधानिक पद पर आसीन रहते हुए उनके द्वारा एक विशेष छात्र संगठन के लिए समर्थन मांगना चुनावों में उनकी प्रत्यक्ष सक्रियता को दर्शाता है जो कि राज्यमंत्री के रूप में उनके द्वारा ली गई शपथ का स्पष्ट उल्लंघन है लिहाजा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री को अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
देवनानी ने कहा कि वर्तमान में देश व प्रदेश में जो वातावरण है उसमें कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई की हार साफ नजर आ रही है जिससे घबराकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग पर उतारू हो गई है। उन्होंने कहा कि विभाग के मंत्री द्वारा एनएसयूआई को समर्थन की अपील करना सीधे-सीधे महाविद्यालयों के प्राचार्यों व विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के लिए भी ईशारा है कि चुनावों में इन्हें लाभ पहुंचाया जाए। उन्होंने मंत्री के इस कृत्य को लोकतंत्र का अपमान बताया।
देवनानी ने कहा कि राज्यपाल महोदय को प्रदेश में निष्पक्ष छात्रसंघ चुनाव सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक कठोर कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने मंत्री के ईशारे व समर्थन से अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य पर छात्रसंघ चुनाव में मनमानी करते हुए नियमों की धज्जियां उडाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यहां के प्राचार्य ने एनएसयूआई को चुनावी लाभ पहुंचाने के लिए चुनाव प्रक्रिया में वरिष्ठ व अनुभवी स्टाफ के स्थान पर नये अधिकारियों को लगाया है साथ ही वालिएन्टर्स भी कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ताओं को लगाया गया है।