सोची समझी चाल के तहत शिक्षा के कांग्रेसीकरण के हो रहे प्रयास: देवनानी

– मंत्री डोटासरा द्वारा शिक्षकों को कांग्रेस व संघ में विभाजित करने के बयान की निंदा
– शिक्षक होता है कत्र्तव्यनिष्ठ राजकीय कर्मचारी जिस पर राष्ट्र निर्माण की है जिम्मैदारी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 5 सितम्बर। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने प्रदेश के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा गुरूवार को दिये गये बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने गत भाजपा सरकार पर कांग्रेस विचारधारा के शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए अब संघ विचारधारा के शिक्षकों को बाहर स्थानान्तरित करने के लिए कहा है।
पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री देवनानी ने शिक्षा मंत्री डोटासरा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक को कांग्रेस व संघ में विभाजित करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षक एक कत्र्तव्यनिष्ठ राजकीय कर्मचारी होता है जिस पर विद्यार्थियों कों शिक्षा व संस्कार देने के साथ ही उन्हें अनुशासित नागरिक बनाकर राष्ट्र निर्माण करने की जिम्मैदारी होती है।
देवनानी ने कहा कि समाज में ऐसी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शिक्षक के लिए शिक्षा मंत्री डोटासरा द्वारा राजनैतिक दुर्भावनावश स्थानान्तरण किये जाने का बयान देना यह दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार अपनी सोची समझी चाल के तहत शिक्षा का कांग्रेसीकरण करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि मंत्री डोटासरा के आरोप पूरी तरह झूठे व निराधार है। गत भाजपा सरकार द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति व पदौन्नति पर पदस्थापन के लिए काउन्सलिंग प्रक्रिया अपनाई गई थी जिसमें शिक्षक स्वंय अपने लिए स्थान का चयन करता था। इस प्रक्रिया में भी विकलांग व्यक्ति व विधवा व परित्यक्ता महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती थी साथ ही सामान्य महिलाओं को भी उनके बाद प्राथमिकता दी जाती थी। स्थानान्तरण में भी सभी के साथ समान बर्ताव किया गया था तथा किसी शिक्षक, कर्मचारी को कांग्रेस या अन्य किसी संगठन के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया गया था। भाजपा सरकार द्वारा नियुक्ति, पदस्थापन व स्थानान्तरण जैसे कार्य निर्धारित प्रक्रिया के अन्तर्गत किये गये थे।

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