जिला महिला सहायता समिति एवं जिला टॉस्क फोर्स समिति की बैठक सम्पन्न

अजमेर, 05 सितम्बर। जिला महिला सहायता समिति एवं वन स्टॉप सेन्टर की प्रबन्धक समिति तथा जिला टॉस्क फोर्स समिति की बैठक गुरूवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम श्री आनंदी लाल वैष्णव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सम्बोधित करते हुये कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के संरक्षण हेतु कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाऎं संचालित कर रखी है । हम सभी को प्रयास कर प्रत्येक असहाय एवं उत्पीड़न से व्यथित महिला को संरक्षण प्रदान करने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने वन स्टॉप सेन्टर एंव महिला सुरक्षा केन्द्र के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि केन्द्र पर आने वाली प्रत्येक पीड़िता की समस्या को संवेदनशीलता से सुने एवं उनके निराकरण के यथोचित कदम उठावें साथ ही जिन प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है उनका फोलोअप भी लेवे तभी जाकर इन केन्द्रों की सार्थकता सिद्व होगी। उन्होंने कहा कि बिना किसी की निजतता का हनन किये बिना सफल कहानियों का प्रकाशन निःशुल्क रूप से समाचार पत्रों में किया जाए ताकि अन्य महिलाए प्रोत्साहित होकर केन्द्र पर अपनी समस्या को लेकर आ सके।
राजस्थान डायन प्रताड़ना निवारण अधिनियम,2015 व नियम,2016 के तहत जिला पुलिस अधीक्षक से प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा करते हुऎ उन्होंने कहा कि इस विषयक प्राप्त प्रकरणों की गंभीरता एवं संवेदनशीलता से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना किसी आधार एंव तथ्यों के किसी महिला को डायन बताकर प्रकरण दर्ज होने से उसके परिवार एंव बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है,सामाजिक परिवेश में यह स्थिति महिला के लिये सुखद नहीं होती है। ऎसे में हमें इस विषय पर काफी संवेदनशील रहकर जांच करनी चाहिए ताकि किसी भी महिला को अकारण कष्ट न हो।

बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक डॉं. अनुपमा टेलर, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री जितेन्द्र शर्मा, कोषाधिकारी श्री राजकिशोर मीणा, थानाधिकारी,महिला थाना, उपनिदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, श्रीमती बीना टॉंक, पार्षद, नगर निगम अजमेर सहित विभिन्न संस्थाओ के प्रतिनिधि एवं कानूनी सलाहकार एवं पार्षद उपस्थित थी।

खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान
गुरूवार को 976 विधार्थियों को खसरा रूबेला का टीका लगाया
अजमेर, 05 सितम्बर। खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान के दौरान विद्यालयो में अध्ययनरत 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों में खसरा-रूबेला टीका लगाये जाने के प्रति विशेष उत्साह देखा गया। गुरूवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के टीकाकर्मियों द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो आउटरिच सत्रों में 976 विद्यार्थीयों को खसरा रूबेला का टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.के.के.सोनी ने बताया कि गुरूवार तक कुल 745903 बच्चों को टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया जा चुका है। जिन बच्चो के खसरा-रूबेला का टीकाकरण किया गया उन्होने अन्य बच्चों को अपना टीकाकरण प्रमाण-पत्र दिखाते हुए टीकाकरण के प्रति प्रेरित किया। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र कें विद्यालयों में विद्यार्थियों की अच्छी उपस्थिति के फलस्वरूप खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। डॉ रामस्वरूप किराड़िया उप मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी(स्वा.) एवं डॉ रामलाल चौधरी जिला प्रजनन एंव शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, अजमेर एवं डॉ आर.सी यादव, नोडल अधिकारी खसरा-रूबेला ने विद्यालयों में टीकाकरण सत्रों का निरीक्षण किया और साथ ही यूनीसेफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भी जगह-जगह भ्रमण कर टीकाकरण सत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य संकुल भवन अजमेर मेें प्रतिदिन सांयकाल टीकाकरण की प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा एंव आगामी कार्य दिवस की कार्ययोजना के बारे में जिला अधिकारियों द्वारा बैठक कर चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये जा रहे है।

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