जल शक्ति अभियान में अजमेर जिला बना नम्बर वन

अजमेर, 01 अक्टूबर। जल शक्ति अभियान में हुए अनेक नवाचारों एवं उल्लेखनीय कार्यों के फलस्वरूप अजमेर जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
जिला कलक्टर एवं जल शक्ति अभियान के अध्यक्ष श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि जल शक्ति अभियान में अजमेर जिले ने राजस्थान में पहली रैंक प्राप्त कर जल के संरक्षण एवं प्रबंधन का प्रभावी उपयोग किया है। 30 सितम्बर को जारी राष्ट्रीय जल शक्ति अभियान की रैंकिंग में अजमेर जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इससे पूर्व भी जिला लगातार प्रथम स्थान पर रहा है। इसके लिए सभी विभाग, जनसमुदाय व मीडिया बधाई के पात्र हैं।

उन्होंने बताया कि जलशक्ति अभियान में राजस्थान के 29 जिले भाग ले रहे हैं। अजमेर जिले ने इसमें प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 30 सितम्बर की प्राप्त रैंकिंग के अनुसार अजमेर जिले ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर जल संरक्षण में अपनी प्रभावी भूमिका अदा की है। जल संरक्षण से संबंधित मुद्दों पर जन जागरूकता लाने के लिए, कम पानी की आवश्यकता वाले पेड़ों को लगाने में, वर्षा समय तालाबों, कुओं, बावड़ियों आदि से जुड़े पारंपरिक जल स्रोतों के पुनरुद्धार करने में जल शक्ति अभियान की प्रभावी भूमिका है। उन्होंने बताया कि गांवों में जल संरक्षण संबंधी तंत्र की रखरखाव करने, जलशक्ति अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए ग्राम जल और स्वच्छता समितियों से सहयोग प्राप्त करने में, जल संरक्षण में वर्षा जल के संचयन कर पारंपरिक और अन्य जल निकायों तालाबों का पुनरुद्धार करने में अजमेर जिले ने जल शक्ति अभियान में स्वच्छाग्रही की भूमिका अदा की है।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं पदेन संयोजक जल शक्ति अभियान श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि यह रैंकिंग 15 सितंबर को भी प्रथम स्थान पर थी। उसके पश्चात अभियान 30 सितम्बर तक बढ़ाया गया उसमें भी जिले की प्रथम रैक रही है। जिले में जलशक्ति अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां अलग-अलग क्षेत्रों में आयोजित की जा रही है। इनमें जल संरक्षण एवं वर्षा के पानी को संचयन-संरक्षण करना मुख्य रूप से है। हर गांव-ढाणी में कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से कृषि मेले आयोजित किये जा रहे हैं। जिले के समस्त राजकीय और निजी उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में जल शक्ति क्लब का गठन कर बच्चों के माध्यम से जल संचयन-संरक्षण की विचारधारा को प्रत्यारोपित किया जा रहा है। जिले के वन, कृषि, विकास, शिक्षा, सिंचाई विभाग सहित सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर जल के महत्व को प्रतिपादित करने में अपने-अपने ढंग से कार्य में लगे हुए हैं।

उन्होंने बताया कि जल शक्ति अभियान देश के 255 जिलों में एक जुलाई 2019 से चलाया जा रहा है। इस अभियान में मुख्य रूप से जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन, परम्परागत एवं अन्य जलाशयों का जीर्णाेद्धार, बोरवेल रिचार्ज स्ट्रक्चर्स का रियूज, जलग्रहण क्षेत्र विकास एवं सघन वृक्षारोपण के पांच प्रकार के इन्टरवेंशन पर कार्य कराया जा रहा है।

इस अभियान में प्रशिक्षु आईएएस नित्या के, श्री एस एन उपाध्याय अधीक्षण अभियंता भू-जल संरक्षण, सहित अन्य अधिकारी इसमें अपनी भूमिका का निवर्हन कर रहे हैं।

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