तीन तिवारी – बीरन बेटी में बिखरे लोक कलाओं के रंग

दयानंद महाविद्यालय व लोक कला संस्थान अजमेर द्वारा तीन दिवसीय “तीन तिवारी – बीरन बेटी” लोक कला प्रदर्शनी का का आयोजन दयानंद महाविद्यालय के सभागार में किया जा रहा है l प्रदर्शनी का उद्घाटन महाविद्यालय प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत शर्मा ने किया l डॉ. शर्मा ने कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में हमारा युवा वर्ग हमारी संस्कृति से दूर होता जा रहा है ऐसे में हमारे युवाओं को पुनः अपनी संस्कृति से रूबरू कराने हेतु महाविद्यालय की ओर से इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं l उसी कड़ी में लोक कला संस्थान अजमेर के सहयोग से लोक कला प्रदर्शनी का आयोजन दिनांक 3 से 5 अक्टूबर तक महाविद्यालय मैं किया है l

संस्थान के अध्यक्ष संजय सेठी ने बताया कि प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य राजस्थान प्रांत की लोक कला मांडने को नई पीढ़ी को सिखाना व उनके लिए जागृति फैलाना मुख्य उद्देश्य है l अजमेर के 40 कलाकारों की सांझी, मांडणा, फड़ चित्रकला, मधुबनी, वर्ली, केरला म्यूरल, गुफा चित्र आदि पर 100 से अधिक चित्र प्रदर्शित किए गए हैं l
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. रितु शिल्पी ने बताया कि प्रदर्शनी में भाग ले रहे सभी कलाकारों के उत्साह को देखते हुए आगामी दिनों फड़ चित्रकला पर विशाल प्रशिक्षण शिविर अजमेर के कला प्रेमियों के लिए महाविद्यालय में आयोजित किया जाएगा l
सभागार में प्रातः 10:00 से 2:00 बजे तक प्रदर्शनी अवलोकनार्थ खुली रहेगी l
प्रदर्शनी के दौरान आज 2 वर्गों में निशुल्क मांडना प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें कलाकारों ने भूमि पर विभिन्न प्रकार के मांडने का चित्रांकन किया l प्रतियोगिता के निर्णायक पूनम पांडे व अंबिका हेड़ा थी l
प्रांगण में विशाल मयूर मांडने का चित्रांकन अलका शर्मा, मीनाक्षी मंगल, रोमिना, मंदीका तुनवाल, अक्षरा महेश्वरी, छवि दगदी, प्रियंका सेठी, रीना मुखर्जी एवं डॉ अनीता शर्मा द्वारा किया गया l मांडना प्रतियोगिता के विजेताओं और प्रदर्शनी के सहभागी कलाकारों को 5 अक्टूबर शनिवार को प्रातः 11:00 बजे सभागार में मुख्य अतिथि नगर निगम के मेयर धर्मेंद्र गहलोत एवं वरिष्ठ कलाकार राम जैसवाल द्वारा सम्मानित किया जाएगा l

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