अजमेर में रात्रि 10 बजे के बाद रहेगी आतिशबाजी पर पाबंदी

अजमेर, 23 अक्टूबर। जिले में विदेशी पटाखों पर प्रतिबंघ रहेगा। साथ ही रात्रि 10 बजे के पश्चात आतिशबाजी पर भी पाबंदी रहेगी।
जिला मजिस्ट्रेट श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा विदेशी एवं आयतित पटााखों के विक्रय पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया गया है। इस प्रकार की विदेशी एवं आयतित पटाखे पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। इसी प्रकार रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे के मध्य आतिशबाजी छोड़ने एवं डीबी ( एआई) से अधिक आवाज करने वाली आतिशबाजी पर भी पाबंदी जारी रहेगी। साथ ही जिले में अस्थायी आतिशबाजी अनुज्ञा पत्र धारकों की भी जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रतिबंधित सीमा से अधिक आवाज करने वाली आतिशबाजी का बेचान नहीं हो।

आर्थिक गणना संबंधी बैठक 25 अक्टूबर को
अजमेर, 23 अक्टूबर। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार 25 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे सातवीं आर्थिक 2019 को सुव्यवस्थित एवं निर्धारित समयावधि में सम्पादित करने के लिए गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की जाएगी।

जिला महिला सहायता समिति की बैठक गुरूवार को
अजमेर, 23 अक्टूबर। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में जिला महिला सहायता समिति की बैठक गुरूवार 24 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित होगी।

खाद्य पदार्थों के लिए नमूने
अजमेर, 23 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट का संदेह होने पर पुष्कर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से नमूने एकत्र किए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के.सोनी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दीपावली के पर्व पर चलाये जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी खाध सुरक्षा अधिकारीयो की टीम ने पुष्कर क्षेत्र में स्थित दुकानों एवं दूग्ध डेयरी प्रतिष्ठानों का खाद्य सुरक्षा एंव मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत निरीक्षण किया गया। इस दौरान मिलावट के संदेह के आधार पर मावा, मावा बर्फी एवं खोये की बर्फी आदि के 4 नमूने लिये गए। इन नमूनो को जांच के लिए खाद्य सुरक्षा एंव मानक प्रयोगशाला में भिजवाया जाएगा। इनकी जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी दल में श्री रमेशचन्द सैनी, श्री गोविन्द सहाय गुर्जर, श्री पदम सिंह परमार एंव श्री प्रेमचंद शर्मा शामील थे।

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