राजनीतिक दखल के चलते निगम का दस्ता नाकाम


अजमेर। नगर निगम के अधिकारी या तो अवैध और नियम विरुद्ध निर्माणों के खिलाफ  कार्यवाही का हौंसला नहीं दिखा पाते हैं, या फिर दिखाते हैं तो उनके हौसले पस्त कर दिए जाते हैं। बुधवार को ऐसा ही हुआ। निगम का दस्ता सड़कों पर निकला भी लेकिन राजनेताओं के दखल ने उसके हौसलों को नेस्तनाबूद कर दिया। कार्यवाही के नाम पर औपचारिकता का निर्वहन किया गया। अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने अवैध निर्माणों को जमीन दिखाने की शुरुआत की तो अचानक सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के नेता अवैध निर्माणों की तरफदारी में उतर आये। निगम की जेसीबी मशीन का रुख, जिस नियम विरुद्ध निर्माण की तरफ  हुआ, वहीं राजनेताओं के चेहरे सामने नजर आये। महिला कांग्रेस की शहर अध्यक्ष सबा खान पूरी कार्यवाही के दौरान निगम अधिकारियों के आगे पीछे घूमती नजर आई। वहीं भाजपा के मंडल अध्यक्ष आनन्द सिंह राजावत की सक्रियता काबिल ए गौर थी। यह अलग बात है कि जब इन दोनों पार्टियों के नेताओं से उनकी मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो उनके जवाब कुछ इस अंदाज में थे, जैसे वे यहां आमजन को राहत पहुंचाने के लिए आये हैं और जो निर्माण तोड़े जा रहे हैं, वह गरीब वर्ग के हैं। जबकि वास्तविकता यह थी की निर्माण बड़े व्यवसाइयों के थे। राजनेताओं की इस सक्रियता का असर भी नजर आया। निगम के दस्ते ने भी पूरी कार्यवाही के दौरान केवल औपचारिकता का ही निर्वहन किया। अवैध निर्माणकर्ताओं को मोहलत दी गई कि वे अपने निर्माणों को नियमित करवा लें। गौरतलब है कि राजस्थान हाईकोर्ट में पूर्व पार्षद अजय तेनगौर की जनहित याचिका के मामले में 274 अवैध और नियम विरुद्ध निर्माणों को चिन्हित किया गया था। लम्बा समय बीत जाने के बाद भी नगर निगम अभी तक इन सभी के खिलाफ कार्यवाही करने में रुचि लेता नजर नहीं आ रहा है।
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