मानव सेवा ही माधव सेवा की ज्योति को जलाया जो आज तक जल रहीं है

अजमेर 27 दिसम्बर। परम् श्रद्धेय संत शिरोमणी स्वामी हिरदाराम साहेब (पुष्करराज) का 13वर्ष पूर्व पोष माह की एकम के दिन ब्रह्मलीन हुए थे, उसी उपलक्ष में आज निर्वाण दिवस (वर्सी) को श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम पुष्करराज में संत महात्माओं के सानिध्य में श्रृद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई।

महंत राममुनी ने कहा कि स्वामी हिरदाराम जी सादगी की मिसाल थे, उन्होने सेवा, सिमरण के रस्ते पर चलने का संदेश दिया व मानव सेवा ही माधव सेवा की ज्योति को जलाया जो आज तक जल रहीं है।

आश्रम के महंत हनुमानराम जी ने बताया स्वामी हिरदाराम जी की पुण्यतिथि पर प्रातः काल से ही अनुयायियों का आने का सिलसिला जारी रहा, अभिषेक, हवन, आरती व प्रसादी का कर भक्तों ने कार्यक्रम का आनन्द उठाया। व स्वामी जी के जीवन पर बनाये गये आश्रम में दशर्नीय स्थल का अवलोकन किया, स्थापित मूर्तियों व समाधी स्थल की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर पुष्कर के स्थानीय नवनियुक्त पार्षदों का माला व शाॅल पहनाकर स्वागत किया गया।

सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि हिन्दूजा समूह का इंडसइंड फाउंडेशन द्वारा चयनित प्रतिभाशाली विद्यार्थी को स्काॅलरशीप देने के क्रम में संत महात्माओं की उपस्थिति में समूह द्वारा स्वीकृत राशि प्रतिभाशाली दो विद्यार्थी के लिए कुल 24000 वितरित की गई।

इस अवसर पर ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, बालकधाम किशनगढ के महंत श्यामदास, निर्मलधाम के आतमदास, संत कंवरराम काॅलोनी के महंत ईसरदास जतोई दरबार के भाई फतनदास, प्रेम प्रकाश आश्रम के नारायणदास, अजय नगर के संत अर्जुनदास, सांई बाबा मंदिर के ट्रस्टी महेश तेजवानी व रामचंद्र गुलाबानी सहित संत महात्मा उपस्थित थे।

देश भर से स्वामी जी के अनुयायी आज आश्रम पर आये उनमें कटनी, छत्तीसगढ, लखनउ, आगरा, संत हिरदाराम नगर, बेरागढ, भोपाल, जयपुर, भरतपुर, अजमेर ने धर्म लाभ उठाया। प्रकाश मूलचन्दानी, हरिचन्दनानी, प्रेम कंवलरमानी, महेन्द्र तीर्थानी, मोहन तुल्सयानी, भगवानी शंकर, मोहन तुलचयानी, रमेश टिलवानी, मनीष प्रकाश, हरीराम कोडवानी, दीपक बोरानी, पारमस लोगानी, ईसर भम्भानी, लक्ष्मण दास दौलतानी सहित सैकडो सेवक उपस्थित थे।

कंवल प्रकाश किशनानी
मो. 9829070059

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