मित्तल हाॅस्पिटल में लगा निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श शिविर

अजमेर सहित संभाग से आए मरीजों ने लिया परामर्श लाभ
कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ अर्पित जैन ने दी सेवाएं
महिलाएं स्वयं के स्वाथ्य के प्रति बनें स्वार्थी— डॉ अर्पित

अजमेर, 29 दिसम्बर ( )। मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में रविवार, 29 दिसम्बर को सुबह 10 से 1 बजे तक निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श शिविर आयोजित हुआ। शिविर में अजमेर सहित भीलवाड़ा, नागौर, व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से आए रोगियों ने निःशुल्क परामर्श लाभ प्राप्त किया। शिविर में कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ अर्पित जैन ने अपनी सेवाएं दीं।
कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ अर्पित जैन ने बताया कि शिविर में कैंसर के सभी तरह के रोगी परामर्श लाभ लेने पहुंचे। इनमें मुंह व गले का कैंसर, फे़फड़ों का कैंसर, महिलाओं में बच्चेदानी के मुंह व स्तन के कैंसर, किडनी व प्रौस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर, हाथ, पैरों के कैंसर एवं अन्य कैंसर पीड़ितों ने शिविर का लाभ उठाया जैसे -खाना निगलने में तकलीफ, उल्टी में खाने का वापस आना, स्तन में गांठ, गंदा पानी आना, कांख में गांठें होना, बच्चेदानी के रास्ते रक्तस्त्राव होना, गंदा पानी आना व गांठ होना, गले में गांठ, थायराइड की गांठ, चेहरे या कान के नीचे गांठ बनना, आवाज में बदलाव आना, भूख न लगना, वजन का अत्यधिक कम होना, थूक में खून आना, लम्बे समय से खांसी व सांस लेने में तकलीफ होना, मलद्वार के रास्ते खून आना, काले रंग का मल होना, पेशाब में खून की गांठे आना, अण्डकोष में सूजन होना आदि।
कुछ रोगी तो वे थे जो विगत वर्षों में कैंसर रोग से पीड़ित रहे हैं, मित्तल हाॅस्पिटल में उपचार कराने के बाद स्वास्थ्य लाभ मिलने पर फाॅलो-अप के लिए आए थे। कुछ मरीज नए थे जिनमें ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाएं, गले के कैंसर से पीड़ित अधिक थे। उन्होंने बताया कि इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर व गले के कैंसर के रोगी अधिक पहचाने जा रहे है। इसका कारण खानपान में असावधानी व प्रदूषित वातावरण मुख्य है।
डाॅ अर्पित ने महिलाओं को सलाह दी कि 40 की उम्र के बाद वे अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ा स्वार्थी बने। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वयं के स्वास्थ्य की दृष्टि से स्वयं को जांचती रहें तो ब्रेस्ट कैंसर या बच्चेदानी के कैंसर का प्रारम्भिक स्तर पर ही पता चल जाएगा । रोग का देरी से पता चलने पर ज्यादा तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं पारिवारिक काम काज की जितनी चिंता करती हैं उसका दस प्रतिशत भी स्वयं का ख्याल कर लें तो स्वयं तो स्वस्थ्य रहेंगी ही परिवार भी सुखी रहेगा।
उन्होंने बताया कि महिलाएं चिकित्सक की सलाह पर पेट की सोनाग्राफी, ब्रेस्ट की मेमोग्राफी व पेपसिमर जांचें अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि महिलाए ब्रेस्ट कैंसर या अन्य रोग से पीड़ित होने के बाद भी उपचार लाभ पाने में देरी कर देती हैं जिससे रोग बढ़ जाता है। डाॅ अर्पित ने बताया कि देश में हृदय रोगों के बाद कैंसर ही मौत का दूसरा बड़ा कारण माना जाता है। ऐसा लोगों की लाइफ स्टाइल और खान पान में अनियमितता के कारण है। डाॅ अर्पित ने कहा कि समय पर रोग की जानकारी मिल जाने से उपचार किया जा सकता है। मित्तल हाॅस्पिटल में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं व भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजनाओं आदि के तहत दूरबीन व अन्य प्रक्रिया द्वारा कैंसर सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि शिविर में पंजीकृत रोगियों के लिए कैंसर स्क्रीनिंग पैकेज के तहत 29 दिसम्बर, 2019 से 04 जनवरी, 2020 तक 3470 रुपए वास्तविक मूल्य की विभिन्न जाँचों सहित कैंसर रोग विशेषज्ञ परामर्श मात्र 1300 रुपए में किए जाने की छूट दी गई। इसके अलावा शिविर में पंजीकृत रोगियों को चिकित्सक द्वारा निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत तथा आॅपरेशन व प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट अगले सात दिवस तक प्रदान की गई।
संतोष गुप्ता
प्रबंधक जनसम्पर्क/9116049809

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