अतंर्राष्ट्रीय बर्ड फेयर 2020 का शुभारम्भ

अजमेर 17 जनवरी। जिला प्रशासन, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण एवं राजस्थान पत्रिका के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को तीन दिवसीय अतंर्राष्ट्रीय बर्ड फेयर का शुभारम्भ किया गया।
जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण में पक्षियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पक्षियों के प्रति प्रेम विकसित कर हम पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढा सकते हैं। विद्यार्थियों में पर्यावरण चेतना जाग्रत होने से यह कार्य आंदोलन का रूप ले सकता है। उत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए जमीनी स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। पक्षी एनवायरमेंटल इंडिकेटर है।
उन्होंने कहा कि सांभर झील में पक्षियों की दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटनाओं की पुर्नावृति रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। आनासागर झील के क्षेत्र में पक्षियों की प्रशासन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। पशुपालन विभाग के द्वारा दलों का गठन किया गया है। यह दल पशु चिकित्सक के निर्देशन में सम्पूर्ण झील क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
इस मौके पर सांसद श्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि प्रकृति परमात्मा है। इसका सर्वाधिक आनन्द पक्षी प्राप्त करते हैं। इस अवसर पर हमें प्रकृति को बचाने का संकल्प लेना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण हम सब का सामूहिक कर्तव्य है। गिद्ध जैसे कई पक्षी लुप्त प्रायः हो गए है। यह दुःखद है। पक्षी इन्सानों से ज्यादा संवेदनशील होते हैं।
श्री महेन्द्र सिंह रलावता ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बर्ड फेयर एक शानदार पहल है। यह आयोजन अजमेर की पहचान बननी चाहिए। इसके लिए प्रत्येक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। इस आयोजन को स्थाई रूप देने के लिए बर्ड फेयर कोष का गठन होने से आसानी रहेगी। बर्ड फेयर को प्रतियोगिता के साथ जोडना अच्छी पहल है। इससे बच्चे पर्यावरण एवं पक्षियों के प्रति नई समझ विकसित कर सकेंगे।
श्री विजय जैन ने कहा कि नजर बदलने से नजारे बदले जा सकते हैं। आनासागर झील के प्रति देखने का नजरिया बदलने से यह एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो गया है। साथ ही पक्षियों ने झील के सौन्दर्य में अभूतपूर्व वृद्धि की है।
अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि प्रवासी पक्षियों के आने से शहर का नाम विश्व स्तर पर पहुंचा है। बर्ड फेयर के अवसर पर हमें मिलकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। बर्ड फेयर के माध्यम से आमजन को प्रकृति से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा।
नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि सात समंदर पार से आए पक्षियों ने अजमेरवासियों को झील का महत्व समझाया। प्रकृति से जुड़ी चित्रकला प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने कैनवास पर अपने विचाराें को फैला कर नया संदेश दिया है।
वन संरक्षक श्रीमती सुदीप कौर ने कहा कि इस बर्ड फेयर से जन-जन में जागरूकता पैदा होगी। बच्चों में पक्षियों के प्रति जागरूकता पैदा होने से वे जीवनभर पर्यावरण का संरक्षित करेंगे। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री सुरेश कुमार सिंधी ने कहा कि कई संस्थाओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। सामाजिक सरोकार और पक्षियों से जुडा यह कार्यक्रम नायाब है। हम पक्षियों से आपसी प्रेम सीख सकते हैं। पक्षियों की तरह हमें भी ईश्वर प्रदत उपहारों का आनन्द लेना चाहिए। प्लास्टिक मानवता को बर्बाद करने की ओर अग्रसर है। अतः इसके उपयोग से बचना चाहिए।
पक्षी विशेषज्ञ श्री महेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि पक्षियों के सुरक्षित प्रवास के लिए वेट लैण्ड का होना आवश्यक है। विश्राम स्थली के आस पास नम भूमि विकसित होने से पक्षियों को सुविधा मिलेगी। बर्ड वाचिंग अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक व्यवसाय का रूप ले रहा है।
फोटोग्राफर श्री दीपक शर्मा ने कहा कि पक्षियों की फोटोग्राफी करना एक अलग तरह की कला है। इसके लिए पक्षियों की आदतों के बारे में जानना आवश्यक होता है।
श्री के.आर. मुण्डियार ने कहा कि आनासागर झील अजमेर की शान है। बर्ड फेयर में हजारों पक्षी उड़कर यहां आते हैं। पक्षियों से हम आपसी संवाद एवं अनुशासन सीख सकते हैं। मत्स्याखेट पर रोक लगाने से पक्षियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। श्री सी.पी. जोशी ने बर्ड फेयर के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों के बारे में बताया। शुभारम्भ समारोह में एक हजार से अधिक बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता हुई। इसमें श्रेष्ठ दस एवं प्रति विद्यालय तीन विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव श्री किशोर कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री सुरेश सिंधी, श्री के.के. शर्मा, श्री एस.के. बसंल, श्रीमती सबा खान सहित नगर निगम के पार्षद, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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