कोरोना वायरस महामारी आपदा है, इसे गंभीरता से लें – संभागीय आयुक्त

प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें – जिला कलक्टर
अजमेर, 30 मार्च। संभागीय आयुक्त श्री एल.एन. मीणा ने अधिकारियों को कहा है कि कोरोना वायरस महामारी एक आपदा है, इसे गंभीरता से लेते हुए टीम भावना से कार्य करें। अधिकारी जरूरतमंद व्यक्तियों के चयन में पूर्ण निर्मिक एवं निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्य को संपादित करें।
संभागीय आयुक्त सोमवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों एवं विकास अधिकारियों की संयुक्त विडियो कॉफं्रसिंग के दौरान व्यवस्थाओं संबंधी दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में निर्धन एवं बेसहारा जरूरतमंद लोगों का चयन ठीक ढंग से करें। यह कार्य पूर्ण निर्भिकता एवं निष्पक्षता के साथ करें। इस कार्य में ग्राम पंचायतों का पूर्ण सहयोग लिया जाय।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजकीय कर्मचारी को अवकाश स्वीकृत नहीं किया जायेगा। जिन विभागों को आवश्यक सेवाओं में नहीं लिया है, उनके कर्मचारी घर पर ही रहकर कार्यालय कार्य करेंगे। उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है। वे मुख्यालय नहीं छोड सकेंगे। ऎसा पाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
इस मौके पर जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने कहा कि जिले में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोयें, इस व्यवस्था के लिए प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बीएलओ के माध्यम से गरीब एवं बेसहारा व्यक्तियों का पुनः चिन्हिकरण किया जाय। इसमें जो व्यक्ति एनएफएसए या किसी अन्य योजना में लाभ नहीं उठा रहे है, उनका चिन्हिकरण किया जाये। इस कार्य में पटवारी एवं ग्रामसेवक की भी मदद ली जाये। यह कार्य दो दिवस में पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि जिले से माईग्रेट करने वालों को वो जहां है, उन्हें वहीं रोक दिया जाये तथा उन्हें कोरोन्टाईन सेन्टर पर रखा जाये। कोरोन्टाईन सेन्टर की सभी अपने अपने क्षेत्रों में सूची तैयार करें, उनके प्रभारी बनाये। वहां भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी रखे। उन्होंने कहा कि अब तक जो भोजन वितरित किया जा रहा है, उसका रिकोर्ड भी रखें। सूखी सामग्री का रजिस्टर अलग से संधारित किया जाये। भोजन के पैकिट ऎसे स्थान पर वितरित किये जाये जहां ज्यादा जरूरत हो। भोजन वितरण में प्रशासन का नियंत्रण जरूरी है।
जिला कलक्टर ने कहा कि जहां निर्माण कार्य चल रहे है, वहां चैक करवा लें। कोई श्रमिक भूखा नहीं रहे। ऎसे श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था संबंधित ठेकेदार करेगा। यदि ठेकेदार श्रमिकों को छोड कर भाग गया है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाये। ऎसे श्रमिकों को ठेकेदार संवेतनिक अवकाश देगा। उन्होंने कहा कि निर्धन लोगों से मकानमालिक एक माह का किराया भी नही लेगा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई व्यस्था के लिए सरपंचों को पाबंद करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी डोर टू डोर डिलीवरी सिस्टम को प्रभावी बनाये। ऎसे दुकानदारों की सूची प्रचारित करें। राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास माईग्रेट लोगों को खाने की व्यवस्था राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी लॉकडाउन की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करें। भीड भाड वाले स्थानों पर व्यक्ति नहीं निकलें। होम आईसोलेशन में 14 अप्रेल तक आवश्यक रूप से रखा जाये। चाहे उस व्यक्ति का 14 दिवस 14 अप्रेल से पूर्व ही पूर्ण हो रहा हो। होम आईसोलेशन वाले मकानों पर नजर रखी जाये। उनके घर के बाहर की पर्ची कोई फाडे नहीं। उचित मूल्य की दुकानों पर मूल्य सूची आवश्यक रूप से प्रदर्शित की जाये।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप ने कहा कि जिले से सभी माईग्रेट करने वालों का मूवमेन्ट बंद रहेगा। एक जिले से दूसरे जिले में कोई नहीं जा पायेगा। इस आपदा के कार्य में लगे लोगों से कोई मकान मालिक मकान खाली नहीं करवा सकेगा। शहर में किराना एवं जनरल स्टोर की दुकानों को खोलने एवं बंद करने का कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है।
बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्री गौरव अग्रवाल ने कहा कि माईग्रेट होने वाले व्यक्तियों के लिए कोरोन्टाईन सेन्टर बनाये जा रहे है। अब जिले से कोई माईग्रेट नहीं होगा। ऎसे सेन्टरों पर साफ सफाई, गार्ड एवं भोजन व्यवस्था की जायेगी।
बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव श्री किशोर कुमार ने बताया कि वर्तमान में जिले में 60 हजार से अधिक भोजन के पैकिट वितरित किये जा रहे है। हर जरूरतमंद को भोजन मिले, इसके लिए बीएलओ अच्छी तरह से सर्वे का कार्य संपादित करें। सर्वे कार्य में ईट भट्टे,माईन्स, निर्माणाधीन भवन पर लगे श्रमिकों को भी शामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि राशन सामग्री की किसी स्थान पर कालाबाजारी नहीं हो इसके लिए किराणा दुकानों का ऑनलाईन 125 दुकानों का एप भी बनाया गया है। उन्होंने सभी से सोशल डिस्टेन्सिग का ध्यान रखने के लिए भी निर्देश दिये।
इस मौके पर उपखण्ड अधिकारी श्रीमती अर्तिका शुक्ला, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के महानिरीक्षक श्री भगवत सिंह राठौड ने भी कोरोना वायरस संक्रमण रोकने एवं लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो, इसके समस्त व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में नगर निगम की आयुक्त चिन्मयी गोपाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद्र शर्मा, श्री हीरालाल मीना, श्री विशाल दवे सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

जन अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक स्थगित
अजमेर, 30 मार्च। जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में द्वितीय गुरूवार को आयोजित होने वाली जिला जन अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक लोक डाउन के कारण स्थगित की गई है। यह जानकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद शर्मा ने दी।

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