आखिर कब तक प्रवासी मजदूरों के साथ खिलवाड़ करती रहगी सरकार-विजय पाल राव

विजय पाल चौधरी
कोराना संक्रमण का भय और रोजगार समाप्त होने के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थान आना चाहता है ।गुजरात, महाराष्ट्र ,आंध्र प्रदेश ,तेलगाना, तमिलनाडु आदि राज्यों में रह रहै राजस्थानीयो की स्थिति बड़ी विकट हो गई है ।राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट विजयपाल राव ने काहा की प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूर के साथ खिलवाड़ करे रही है। राजस्थान सरकार प्रवासियों की घर वापसी पर बार-बार नीतियां बदल रही है। इससे प्रवासियों में भ्रम व भय का वातावरण बन गया है उनकी पीड़ा को राज्य सरकार समझने को ही तैयार नहीं है ।विजय पाल राव ने राज्यपाल को पत्र भेजकर प्रवासियों की सुरक्षित घर वापसी के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। प्रदेश में आने के लिए अनुमति पत्र केवल सचिवालय से ही जारी करने का निर्णय गरीब एवं जनता विरोधी निर्णय है ।इससे केवल ऊंची पहुंच वाले व्यक्तियों कोही लाभ होगा ।विजयपाल राव ने कहा प्रवासी बंधुओं की पीड़ा को सरकार समझे ।
*अव्यवस्था और अराजकता की ओर बढ़ रहा राजस्थान है*
राजस्थान में नौकरशाही बेलगाम और सत्ताधारी दल में आंतरिक कलह के कारण अव्यवस्था और अराजकता बढ़ती जा रही है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों में आपसी कलह के समाचार हर दिन सामने आ रहे हैं ।अधिकारियों एवं मंत्रियों के झगड़े के किस्सों की आम चर्चा हो रही है ।जिला स्तर के अधिकारी उच्च अधिकारियों के निर्देश नहीं मान रहे हैं ।विजयपाल राव ने कहा कि कोरोना संकट के समय स्थिति अत्यंत विचित्र है ।मुख्यमंत्री विगत पिछले 1 महीने से प्रतिदिन केंद्र सरकार की आलोचना करने अथवा सहायता की मांग में व्यस्त हैं। राज्य में रोजगार बढ़ाने, शहर व गांवो में आर्थिकी को पुन चालू करने,जन जीवन में प्रशासनिक हस्तक्षेप न्यूनतम करने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। राहत कार्यों में राजनीतिक भेदभाव एवं तुष्टिकरण आज वर्तमान सरकार की पहचान बन गई है ।

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