लॉक-डाउन अवधि के बिजली के बिलों को लॉक करने के मांग

अजमेर दिनांक 02 /06 /2020 अजमेर जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सीए विकास अग्रवाल व प्रदेश राजीव गांधी यूथ फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल गंगवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र व ईमेल भेज कर मांग की कि लॉक-डाउन के दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, फ़ैक्टरियाँ, गोदाम इत्यादि लगभग दो माह से पूरी तरह से बंद थे जिसमें किसी भी तरह का बिजली का व व्यवसाय का उपयोग नहीं हुआ इसलिए बिजली कंपनियों को इन उपभोक्ताओं का बंद रहने की अवधि का बिल नहीं लिए जाने की मांग की है जिसमें किसी भी तरह का मीटर किराया, फिक्स्ड चार्ज या अन्य कोई चार्ज जो हमेशा बिजली का बिल में उपभोग के अतिरिक्त वसूला जाता है को नहीं वसूला जाये।
गंगवाल व अग्रवाल ने पत्र में उल्लेख किया कि देश भर में अप्रैल और मई माह में सर्वाधिक वैवाहिक समारोह, ग्रह प्रवेश, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के मुहूर्त आदि होते हैं व पीक सीजन रहता है जिसका व्यवसाय और उद्योग जगत बेसब्री इंतज़ार करता है जिनमें आखातीज, पीपल पूनम, धार्मिक आयोजन प्रमुख हैं जो लॉक-डाउन और महामारी के कारण नहीं हो पाए जिससे व्यावसायिक जगत को भारी नुकसान उठाना पड़ा जिससे व्यापारीगण बहुत आहत हैं। इसलिए लॉक-डाउन में बंद प्रतिष्ठानों का बिजली का बिल वसूलना कतई न्यायसंगत नहीं है। विद्युत् विभाग द्वारा लॉक-डाउन की अवधि में जब प्रतिष्ठान बंद थे तब ही बिल वसूली के लिए उपभोक्ताओं को फ़ोन और मैसेज करने लग गया था जो कि मानवीय आधार पर कतई उचित नहीं हैं। मांग करने वालों में कमल गंगवाल, विकास अग्रवाल सहित शैलेश गुप्ता, हेमंत सिंह खंगारोत, राजकुमार गर्ग, प्रेमसिंह गौड़, शरद कपूर, प्रह्लाद माथुर, मो. हनीफ अंसारी, सुदेश पाटनी आदि हैं।
सीए विकास अग्रवाल
जिलाध्यक्ष
अजमेर जिला कांग्रेस कमेटी (सीए प्रकोष्ठ)

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