अजमेर, 06 जून। जिले के नगरीय निकायों को मानसून पूर्व तैयारियों तथा बाढ बचाव संबंधी व्यवस्थाओं को अंजाम देने के लिए जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने निर्देश प्रदान किए।
जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने कहा कि मानसून की वर्षा के दौरान बाढ से बचाव एवं जनधन की संभावित हानि को रोकने के लिए विभिन्न प्रबन्ध किए जाएं। इसके अंतर्गत प्रत्येक निकाय द्वारा आपसी समन्वय के लिए 24 घंटे संचालित होने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। मानसून से पूर्व समस्त नदी, नालों एवं सीवरेज लाईन के मैन हॉल्स की सफाई करके उन्हें ढका जाएगा। बरसाती नाले एवं नालियों के बहाब क्षेत्र के रूकावट एवं अतिक्रमण को हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत का कार्य 20 जून तक पूर्ण करने के साथ ही पानी के बहाव से क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों एवं नालियों को भी 24 घंटे में मरम्मत करने के लिए व्यवस्थाएं की जाएगी। बाढ प्रभावित क्षेत्रों का निर्धारण कर उनके लिए एक्शन प्लान बनाया जाएगा। बाढ से बचाव एवं आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए समस्त आवश्यक सामग्री, मड पम्प जैसे उपकरणों की व्यवस्था करके उनका ट्रायल किया जाएगा। जिले में बिजली के ढीले तारों एवं अन्य कमियों को भी दुरस्त किया जाएगा। असुरक्षित एवं जर्जर भवनों को चिन्हित करके खाली कराने की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। संभावित डूब क्षेत्र में आने वाली आबादी को आपात स्थिति में ठहराने के लिए ऊंचे स्थानों पर स्थित भवनों का चिन्हीकरण कर आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि पुराने अनुपयोगी खुले कुओं को ढककर उनका उपयोग वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के रूप में किया जाएगा। शहरों के खाली क्षेत्रों में वर्षा जल पुर्नभरण संरचना प्रणाली का निर्माण भी किया जाएगा। वर्षा के पश्चात फैलने वाली विभिन्न मौसमी बीमारियों से बचाव, संक्रामक बीमारियों तथा जीवन रक्षक दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। कटे हुए फलों एवं सब्जियों की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। सफाई ठेकेदारों, तैराकों एवं नाविकों से सम्पर्क करने के लिए आवश्यक तंत्र विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बाढ बचाव कार्यों के दौरान कोरोना महामारी से बचाव के संबध में सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की पूर्णतः पालना सुनिश्चित की जाएगी।