राजस्थान प्रदेश कांग्रेस खेलकूद प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव व मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल व अजमेर जिलाधीश विश्वमोहन शर्मा, संपर्क पोर्टल आदि को पत्र लिखकर अजमेर शहर के बरसाती नाले जो 80% तक कचरे से भरे पड़े हैं। मानसून आने वाला है और अभी तक इन नालों की सफाई नहीं हुई है। जिन नामों से कचरा निकाला गया है वह 10 से 15 परसेंट तक ही कचरा निकाला गया है जरा सी बारिश होते ही। इन नालों से पानी बाहर निकल लगता है और निचली बस्तियों में भर जाता है।
कांग्रेस नेता शैलेश गुप्ता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि इन नालों की सफाई पर मानसून से पहले लाखों रुपए के टेंडर होते हैं सफाई के जो मात्र खानापूर्ति बन कर रह जाते हैं जब तक ठेकेदार काम करना शुरू करता है तब तक बारिश चालू हो जाती है। और ठेकेदार पूरा भुगतान उठा लेता है।
शैलेश गुप्ता ने कहा कि मेरे द्वारा पूर्व में भी कई बार समय-समय पर शिकायत दर्ज कराई गई। परंतु अधिकारियों ने सिर्फ खानापूर्ति करते हुए उच्च अधिकारियों को जानकारी दी कि इन नालों की सफाई कर दी गई है एवं की जा रही है।
गुप्ता ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए। और कितने नाले साफ हुए हैं, कितने रुपए का टेंडर हुआ है? इसमें किस-किस की भागीदारी है, उनके नाम उजागर करने चाहिए।