स्कूली छात्र ने फेरा अपहर्ताओं के मंसूबों पर पानी

अजमेर। स्कूली छात्र के साहस के आगे अपहरणकर्ताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया। पुष्कर के केशव नगर निवासी मनीष कुमावत रोजाना की तरह बुधवार को लोहाखान स्थित मीरा स्कूल में परीक्षा देने के लिए पुष्कर से रवाना हुआ। मनीष के कदम जैसे ही कलेक्ट्रेट के बाहर लो लोर बस से बाहर निकले, वैसे ही चार अज्ञात अपहरणकर्ताओं ने उसे दबोच कर अपनी टवेरा गाडी में बैठा लिया। इससे पहले कि मनीष कुछ समझ पाता उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई। यदि मनीष की बात पर विश्वास किया जाये तो अपहरणकर्ता 15-20 मिनट के लिए उसे बन्द कमरे में छोड़ कर चले गये। तभी उसने मौका पाकर मोबाईल से अपने परिजन को आपबीती बताई। घटना से मनीष के पिता सोहनलाल कुमावत सहित पूरा परिवार सदमे में आ गया और अजमेर के लिए रवाना हो गया। इस दौरान अपहरणकर्ता मनीष को दूसरी गाडी में बैठा कर जयपुर के लिए रवाना हो गये। मनीष अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकलने के लिए लगातार संघर्ष करता रहा 10वीं कक्षा के इस 18 वर्षीय लड़के ने किशनगढ़ बाईपास के पास धक्कामुक्की के बीच गाडी से कूदने में कामयाबी पा ली और पीछे से आने वाले वाहनों को देखते हुए अपहरणकर्ता मौके से भाग छूटे। पूरी वारदात में मनीष के पांव सहित कई जगह चोंटे आई हैं। मनीष के पिता सोहनलाल कुमावत ने बताया कि उसने मामले की जानकारी सिविल लाइन थाना पुलिस को दी है। लेकिन दूसरी तरफ  पुलिस ने ऐसा कोई भी मामला दर्ज होने से इन्कार किया है।
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