अजमेर मंडल पर पहली बार ट्रैक पर वाइडर पीएससी स्लीपरों का उपयोग

मंडल रेल प्रबंधक श्री नवीन कुमार परसुरामका के निर्देशन में वरिष्ठ मंडल इंजीनियर श्री महेश चंद मीणा के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल पर सराधना- मांगलियावास खंड में वाइडर (अपेक्षाकृत चौड़े) पीएससी स्लीपरों का उपयोग किया गया है | उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के अन्तर्गत सर्वप्रथम अजमेर मंडल में इस प्रकार के स्लीपर का उपयोग किया गया है | इन वाइडर पीएससी स्लीपरों का उपयोग करते हुए दिनांक 12.07.2020 को सराधना- मांगलियावास खंड में अप लाइन पर 520 मीटर लम्बाई के ट्रैक का पूर्ण ट्रैक नवीनीकरण (सी टी आर) का कार्य पी क्यू आर एस द्वारा किया गया । पी क्यू आर एस (PQRS) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें स्लीपर्स के साथ पुरानी रेल को हटा दिया जाता है और ट्रैक बिछाने के उपकरण की सहायता से पूरी तरह से नए रेल पैनल को प्रतिस्थापित किया जाता है। पूर्ण ट्रैक नवीनीकरण (सी टी आर) के अन्तर्गत एक ट्रैक नवीकरण ट्रेन में मशीनरी इकाइयों की एक श्रृंखला होती है, जिन्हें एक ट्रेन में एक साथ जोड़ा जाता है। जैसे-जैसे ट्रैक नवीकरण ट्रेन आगे बढ़ती है, ट्रैक नवीनीकरण प्रक्रिया चरणबद्ध रूप से पूरी होती जाती है|
इन वाइडर स्लीपर की ऊपरी सतह की चौड़ाई 210 एमएम तथा निचली सतह की चौड़ाई 280 एमएम होती है, जबकि साधारण स्लीपर की ऊपरी सतह की चौड़ाई 150 एमएम तथा निचली सतह की चौड़ाई 250 एमएम ही होती है| ये वाइडर पी एस सी स्लीपर उच्च एक्सेल लोड के लिए डिज़ाइन किये गए है |
पूर्ण ट्रैक नवीनीकरण (सी टी आर) कार्य के लिए सराधना- मांगलियावास खंड पर 3 घंटा 40 मिनट तक का ब्लॉक लिया गया । इस कार्य के अन्तर्गत इस खंड पर किलोमीटर 317/45 से 317/97 पर कुल 42 पैनल स्थापित किए गए जिनमे 21 साधारण और 21 अपेक्षाकृतचौड़े पीएससी स्लीपर्स द्वारा शामिल थे | पूर्ण ट्रैक नवीनीकरण (सी टी आर) ट्रैक मेंटेनेंस की प्रक्रिया है जिससे ट्रैक की क्षमता बनी रहती है और दुर्घटना की संभावना भी नहीं रहती है |
मुख्य जनसंपर्क निरीक्षक अजमेर

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