खुद कांग्रेस के पास जनमत का समर्थन है कहां: देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 27 जुलाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस द्वारा बार-बार भाजपा पर जनमत का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि खुद कांग्रेस के पास जनमत का समर्थन कहां है ? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत कौनसे जनमत के समर्थन की बात कर रहे है जबकि उनकी बाड़ेबंदी में शामिल 102 विधायकों में से कांग्रेस के तो केवल 83 ही है तथा बाकि तो निर्दलीय व अन्य दलों के विधायक है।
देवनानी ने कहा कि कांग्रे्रस जिन 102 विद्यायकों के समर्थन का दावा कर रही है उनमें से 6 विधायक बसपा के है जो कांग्रेस के खिलाफ जीत कर आए है। इसी प्रकार 2 विधायक बीटीपी व एक विधायक सीपीएम तथा 10 विधायक निर्दलीय है जो कांगे्रस के खिलाफ जीत कर आए है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने घर को न सम्भाल पाने का दोष भाजपा पर मंडने का प्रयास कर रही है और येनकेन प्रकरेण अपनी सत्ता बचाने के लिए सारा खेल खेला जा रहा है। कई राज्यों में कांग्रेस की सरकारें सोनिया गांधी व राहुल गांधी के अक्षम नेतृत्व के कारण गिर रही है। देश की जनता गांधी परिवार को नकार रही है। प्रदेशों में कांग्रेस की अंदरूनी कलह व सत्ता संघर्ष के कारण वर्तमान स्थिति बन रही है जिसके परिणामस्वरूप स्वस्थ लोकतंत्र व संविधान की धज्जियां उड़ रही है।
कांग्रेस में प्रतिभाशाली युवा नेतृत्व का तिरस्कार
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस में प्रतिभाशाली युवा नेतृत्व का लगातार तिरस्कार हो रहा है जिससे वे पार्टी छोड़ते जा रहे है तथा उनमें पार्टी छोड़ने की होड़ लगी है। हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान इस बात के जीते जागते उदाहरण है।
सरकार बाड़े में बंद, अपराधी सड़कों पर खुले
देवनानी ने कहा कि प्रदेश में पिछले दो सप्ताह से बाड़ेबंदी की सरकार चल रही है और प्रदेश में अंधेर नगरी चैपट राजा की स्थिति बन गई है। पद्रेश में स्वास्थ्य सेवाएंे पूरी तरह बीमार व कानून व्यवस्था लाचार तथा शिक्षण व्यवस्था बंद होने के कगार पर है। ऐसी अराजकता व कुशासन प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए सरकार को होटल रूपी बाड़े में बंद कर रखा है और आमजन त्रस्त हो रहा है। जनता अपराधियों के हवाले है व कानून नाम की कोई चीज प्रदेश में नजर नहीं आ रही। बजरी माफिया इतने निरंकुश हो गये है कि कल सरिस्का बांध परियोजना क्षेत्र में बार्डर होमगार्ड को ट्रैक्टर से कुचलकर मार गिराया। झालावाड में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति भी मौत हो गई।
सरकार के बाड़ें में बंद होकर बैठ जाने से प्रदेश में शिक्षण व्यवस्था चैपट हो गई है। सरकार ना फीस पर कोई निर्णय करती है ना शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ किये जाने की कोई घोषणा। आज प्रदेश के अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थी व विद्यालय संचालक सभी इस कुशासन से असमंजस की स्थिति में है।

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